रायपुर। छत्तीसगढ़ की बेटियों के मन से पीरियेड्स को लेकर झिझक मिटाने मंगलवार को बॉलीवुड की दो-दो हस्तियां रायपुर पहुंची थी. फिल्म अभिनेत्री और सामाजिक कार्यकर्ता दिया मिर्जा और जरीन खान ने महीने के उन मुश्किल दिनों को लेकर किशोरियों से बात की. मौका था पं. दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम में स्कूल शिक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा संयुक्त रुप से आयोजित किए गए प्रदेश व्यापी किशोरी स्वास्थ्य व माहवारी स्वच्छता पर एक दिवसीय जागरुकता अभियान का. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किशोरी छात्राओं के साथ ही स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर, महिला एवं बाल विकास मंत्री रमशीला साहू और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद थे. इस दौरान दोनों अभिनेत्रियों ने किशोरियों से पीरियेड्स को लेकर मन से झिझक और डर मिटाने के लिए कहा.
इस दौरान उपस्थित बालिकाओं को वीडियो फिल्म के माध्यम से मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का संदेश दिखाया गया। संदेश में डॉ. सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ की बेटियां प्रदेश की भविष्य है। मुझे खुशी है कि किशोरी स्वास्थ्य एवं महावारी स्वास्थ्य के लिए राज्य व्यापी जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। डॉ. सिंह ने कहा कि महावारी के समय बालिकाओं पर बंदिश लगाना और तरह-तरह की रोक-टोक करना गलत है। उन्होंने कहा कि लड़कियां जब उम्र के इस पड़ाव में पहुंचती है तो यह विषय उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। यदि महावारी के ऐसे समय में भेदभाव और रोक-टोक का व्यवहार होता है तो बच्चियों के मन में झिझक और संकोच की भावना आने लगती है। इससे उनकी मानसिक और शारीरिक विकास पर प्रभाव पड़ता है। डॉ. सिंह ने संदेश मे बताया कि सुचिता योजना के जरिए बेटियों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए प्रदेश के स्कूलों में सेनेटरी नेपकिन उपलब्ध कराना प्रारंभ कर चुकी है। उन्होंने कहा कि इस अभियान से समाज और परिवार में जागरूकता आए और बालिकाओं की समस्या को समझे तथा उनकी सशक्तिकरण में सामने आए.