रायपुर- अमित जोगी, आर के राय और सियाराम कौशिक की सदस्यता खत्म किये जाने को लेकर नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव की स्पीकर को लिखी गई चिट्ठी के मामले में आज सदन में जमकर हंगामा बरपा. रेणु जोगी को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नहीं बुलाये जाने के मसले पर भी पक्ष-विपक्ष में तीखी बहस हुई और हालात ये बने कि सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी.
शून्यकाल में बीजेपी के वरिष्ठ विधायक शिवरतन शर्मा ने मामले को उठाते हुए कहा – ये स्थिति स्पष्ट होनी चाहिए कि किन कारणों से सदस्यों की सदस्यता खत्म करने के लिए नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव ने पत्र लिखा है. संसदीय कार्यमंत्री अजय चंद्राकर ने शिवरतन शर्मा का समर्थन करते हुए कहा कि- कांग्रेस विधायक दल की बैठक में वरिष्ठ सदस्य रेणु जोगी को नहीं बुलाया जाता. समाचार पत्रों में ऐसी खबरें छपी हैं. मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय ने कहा- प्रदेश जानता है कि कांग्रेस से विभाजित होकर जेसीसी का गठन हुआ है. इस पर पीसीसी चीफ भूपेश बघेल ने आपत्ति जताते हुए कहा- विभाजन नहीं हुआ है कांग्रेस का. निष्कासन के बाद उन्होंने पार्टी बनाई है.
इस पर प्रेमप्रकाश पांडेय ने कहा- रेणु जोगी उस परिवार की सदस्य हैं इसलिए उन्हें विधायक दल की बैठक में नहीं बुलाया जाता. मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा- किसी सदस्य का अपमान पूरे सदन का अपमान है. रेणु जोगी का कांग्रेस पार्टी लगातार अपमान कर रही है. बृजमोहन अग्रवाल की इस टिप्पणी पर नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव जमकर भड़के. उन्होंने कहा कि जब सदस्या खुद कह रही हैं कि वह कांग्रेस की सदस्य हैं, तो फिर बार बार सत्तापक्ष ऐसी टिप्पणी कर उनका अपमान कर रहा है. स्पीकर गौरीशंकर अग्रवाल ने व्यवस्था देते हुए कहा- रेणु जोगी को विधायक दल की बैठक की सूचना दी गई या नहीं ये कांग्रेस पार्टी का आंतरिक मामला है. उन्होंने अमित जोगी, आर के राय और सियाराम कौशिक की सदस्यता खत्म किये जाने के मामले में व्यवस्था देते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष के इस पत्र पर मैं व्यवस्था दूंगा. शिवरतन शर्मा ने कहा- रेणु जोगी सदन में मौजूद हैं, उन्हें स्पष्ट करने दीजिए.