रायपुर। राज्य युवा आयोग की ओर से मैक कॉलेज में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में भारत विश्व गुरु कैसे बने इसे लेकर मंथन किया गया. इस पर अलग-अलग क्षेत्र के विषय विशेषज्ञों ने अपनी बात रखी. ब्लॉगर और संस्कृति के जानकार राहुल सिंह ने कहा, कि मैं हमेशा युवाओ से जुड़ा रहा हूँ. जमाना कभी खराब नही हुआ है. ना कभी आगे होगा. लेकिन युवा पीढ़ी से हमेशा उम्मीद रहती है कि वे बेहतर ही करेंगे. मेरा मानना है कि जब हम अंतिम व्यक्ति तक पहुंचेंगे तभी भारत विश्वगुरु बनेगा.
वहीं ब्रिगेडियर प्रदीप यदु ने कहा, कि युवाओ के बीच मे देश के प्रति जज्बे की कमी है. आज से चार महीने पहले देश के 8 राज्यो से संपर्क हुआ था. उनसे पूछा गया कि आपको किस पर ज्यादा विश्वास किया तो सभी ने कहा अबसे ज्यादा सेना पर विश्वास है. देशवासी सेना पर विश्वास रखते है. 5 से 8 साल बाद भारत पूरे विश्व मे युवा देश होगा. जब तक देश है तब तक हमारा वजूद है. अगर देश ही नही रहेगा तो हमारा कोई अस्तित्व नही होगा. कोई भी सैनिक अपनी तिरंगे के लिए लड़ाई लड़ता है. देश के लोगों की खुशहाली के लिए लड़ता है.
स्वराज एक्सप्रेस के राज्य समन्वयक संदीप अखिल ने कहा, कि अर्जुन ने लक्ष्य को देखा तो उसको साधा. युवा आज के जमाने मे भटक रहे है. मॉडर्न संस्कृति युवाओं को बिगाड़ रही है. स्वामी विवेकानंद के विचारों को लेना होगा. आज-कल के युवा तो दिनभर ऑनलाइन रहते हैं. दिन रात मोबइल पर लगे रहते हैं. ऐसे में कैसे भारत विश्वगुरु बनेगा? दूसरा देश संस्कृति को अपना रहा है और हम अपनी संस्कृति को भूलते जा रहे है. जिन्होंने देश की लड़ाई लड़ा है अगर युवा उनके पदचिन्हों पर चलने लगे तो भारत विश्वगुरु जरूर बनेगा. युवाओं को भागीदार बनना होगा. अगर आप यहां के विचारों पर अमल करें तो आप दशा और दिशा को बदल सकते है. यहां से आप सिर्फ सुनकर चले जायेंगे तो आपके लिए यह परिचर्चा का कोई मतलब का नही है.