विधि अग्निहोत्री, रायपुर/ अखिल मानिकपुरी, बिलाईगढ़। बिलाईगढ़ का एक किसान परिवार खेती किसानी करके अपना गुज़ारा करता. इस परिवार में माता-पिता और उनके दो बच्चे थे. माता-पिता खेती का काम करके अपने बच्चों को पाल रहे थे वे अपने बच्चों को पढ़ा लिखा कर बड़ा आदमी बनाना चाहते थे. इसी परिवार का बड़ा बेटा है खोजन. खोजन का सपना था कि पढ़ लिखकर अच्छी नौकरी कर माता-पिता को एक अच्छा जीवन दे पाए.
लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. कम उम्र में ही पिता की मौत ने परिवार को हिला कर रख दिया. पिता की आकस्मिक मौत से परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो गई. माँ अकेले घर चलाने में सक्षम नहीं थी, तो खोजन को भी पढ़ाई बीच में छोड़ माँ का हाथ बटाने खेती करने उतरना पड़ा. काम करने की वजह से खोजन सिर्फ 10वीं तक ही पढ़ पाया. अब खोजन खेती करके घर का खर्च चलाने लगा. खेती से इतनी ही आमदनी होती कि बस परिवार का पेट भर पाए.
खोजन को सन् 2016 – 17 में छत्तीसगढ़ सरकार की किसानों की महत्वकांक्षी योजना किसान समृद्धि योजना के बारे में पता चला. इस योजना के तहत खोजन ने बोर खनन करया और खेतों में धान व सब्जी की फसल लगाना चालू कर किया. इससे खोजन को हर साल लाखों रुपये की आमदनी होने लगी. अपने 3 एकड़ के खेत में खोजन धान के अलावा गेहूँ, सब्जी, फल्ली, उड़द आदि भी लगाते हैं, इससे खोजन को अतिरिक्त आमदनी हो जाती है. खोजन चन्द्रा बताते हैं कि उसके पिता की साया सिर से उठ जाने से परिवार को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा. लेकिन कुछ कर गुज़रने की ललक ने उसके मनोबल को बनाये रखा और उसे हर परिस्थितियों से लड़ने की शक्ति दी. सरकार की किसान समृद्धि योजना खोजन के लिए वरदान साबित हुई. वर्तमान में खोजन को 1 लाख 15 हजार तक की आमदनी हो जाती है.
आज खोजन अपने परिवार के साथ अच्छे दिन बीता रहा है. उसकी 3 बेटियाँ हैं जिन्हे वह पढ़ा-लिखाकर अच्छी नौकरी कराना चाहता है. खोजन ने बताया कि परिवारिक जिम्मेदारी की वजह से पढ़ाई पूरी ना कर पाने का उसे मलाल है इसलिए वह शिक्षा का महत्व समझता है. और अपनी बेटियों के माध्यम से अपने सपने को पूरा करना चाहता है. इसके अलावा उसने आमदनी बढ़ाने के लिए और अपने काम का विस्तार करने के लिए लोक सुराज अभियान में उद्यान विभाग से मशीनों, सब्जियों और फसलों को सुरक्षित रखने के लिए पैक हाउस की मांग की है इसके साथ ही मनरेगा विभाग से डबरी खनन और पशुपालन विभाग से मुर्गी पालन के लिए सेट निर्माण की मांग शासन से की है।