रायपुर– भारी विरोध के बाद ओद्रा मागधी कार्यक्रम को संस्कृति मंत्री ताम्रध्वज साहू ने रद्द किया था. मंत्री ने बाहरी कलाकारों को पाबंदी के बावजूद बुलाए जाने को लेकर खासी नाराजगी जताई थी. इसके साथ ही अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई थी, लेकिन दूसरे दिन ही मंत्री के इस आदेश की अधिकारियों ने अवहेलना कर दी. आज ओद्रा मागधी कार्यक्रम मुक्ताकांशी मंच पर शुरू कर दी गई. अधिकारी संस्कृति मंत्री पर भारी पड़ गए.

इस कार्यक्रम की शुरू होने की जानकारी होने पर छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के कार्यकर्ताओं ने मुक्ताकांशी मंच पर पहुंचकर जमकर हंगाम किया. कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के कलाकारों की उपेक्षा कर बाहरी कलाकारों को बुलाने जाए जाने का विरोध किया. और मंच पर तोड़फोड़ कर दी. हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और क्रांति सेना के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर थाने ले गई. फिर पुलिस की सुरक्षा में दोबारा कार्यक्रम शुरू कराया गया.

छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के कार्यकर्ताओं की गिफ्तारी होने पर क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल सिविल लाइन थाना पहुंचे और कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग की. रिहाई नहीं होने पर वे थाने पर ही धरने पर बैठ गए.

इस दौरान अमित बघेल ने कहा कि स्थानीय कलाकारों की उपेक्षा होगी तो विरोध होगा. संस्कृति मंत्री ने कार्यक्रम रद्द किया लेकिन अधिकारियों की दादागिरी से कार्यक्रम हो रहा है. क्रांति सेना विरोध करते रहेगा. हमारे साथियों को पुलिस ने बिना अपराध गिरफ्तार किया है. पुलिस ने हमारे साथ बदसलूकी की है. सिविल लाइन थाना प्रभारी ने झूठे मामले में फंसाने की धमकी भी दी. और यह भी कहा कि मैं किसी संस्कृति मंत्री को नहीं जानता, किसने कार्यक्रम रद्द किया है. लेकिन हम किसी भी धमकी से नहीं डरने वाले. गिरफ्तार करे या जेल में डाले विरोध होगा अब और जमकर होगा.

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