सत्यपाल सिंह राजपूत,रायपुर. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर देखने में तो सुंदर दिखाई देता है. कई ऐसे जगह हैं जो फेमस भी हैं. जो लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र होता है. लेकिन स्वच्छता की सच्चाई उस वक्त उजागर हो गई, जब वार्डों के नाली में बजबजाती गंदगी और जगह-जगह कूड़े के ढेर दिखाई दी. गंदगी ऐसी कि निगम का कोई अधिकारी उस रास्ते पर पहुंच जाए, तो चंद मिनट भी ना ठहर पाए. पर लोग इसी गंदगी के बीच रहने को मजबूर हैं.
लल्लूराम डॉट कॉम की टीम जब रायपुर के गांधीनगर वार्ड क्रमांक 31 में पहुंची, तो वहां दम घुटने वाली बदबू आ रहा था. ज्यादातर नाले और नालियां कचरे से भरी दिखी. लोग इस गंदगी के बीच एक-एक कर बीमार हो रहें, तो कही ऐसी ही स्थिति बनी रही तो कभी भी महामारी फैल सकती है. क्योंकि बड़े-बड़े नाले मोहल्लों के बीचों-बीच से गुजरती है. नाली में पॉलीथीन और कचरों का अंबार पड़ा हुआ है.
टीम ने जब लोगों की बातचीत की तो उन्होंने बताया कि छ महीना, कभी तो साल भर तक नाले की सफाई नहीं होती है. जिससे पूरे मोहल्ले में मछरों का बसेरा बन हुआ है और हम लोग इसी के बीच रहने को मजबूरी है. और अपना आशियाना छोड़कर जाएं भी तो कहां. लोगों ने ये भी बताया कि गदंगी के बीच ही खाना खाते है जो मेहमान इस वार्ड में आतें वो खाना खाने की बात तो दूर उल्टी करते भाग रहे हैं. इसकी शिकायत लगातार निगम और वार्ड पार्षद से करने के बाद भी समस्या दूर नहीं हो सकी है.
वहीं निगम के जिम्मेदार अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने गंदगी की जिम्मेदारी लोगों पर ही माढ़ दिया. कहा कि सफाई कराई जाती है, लोग घर का कचरा नाले में फेंक देते हैं. जिससे नाली जाम हो जाती है. जल्द ही नाले की सफाई कराई जाएगी.