रायपुर. रायपुर लोकसभा से भाजपा की ओर से सुनील सोनी को उम्मीदवार बनाए जाने पर कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद दुबे ने कहा कि महापौर और पूर्व महापौर की लड़ाई नहीं यह विचार धारा की लड़ाई है. हम लोग गांधीवादी है, जो सर झुकाकर काम करते है. हमारी ऐसी पार्टी है जो विधवा पेंसन के बारे में सोचती है. लोगों को पट्टा देने के बारे में सोचते है. ये मुकाबला ऐसे लोगों से जिन्होंने देश में केवल कंट्रोवर्शियल चीजे की है. देश में रोजगार की बात भाजपा के किसी नेता ने नहीं की. भाजपा के लोग ठाठ वाले नेता है. चुनाव के समय ही इमोशनल बाते करते है. कांग्रेस लोगों के दिलो के इसलिए रहती है क्योंकि हम लोग काम करते है. यह लड़ाई 70 दिन के भूपेश बघेल की सरकार ने 70 काम करके दिखाया. भूपेश ने जो कहा वो किया.

प्रमोद दुबे ने कहा कि रमेश बैस ने काम नहीं किया है क्या, इससे जाहिर होता है वो बताना क्या चाहते है. वो रमेश बैस से ज्यादा योग्य है कि उनको कैंडिडेट बनाया है. भाजपा के नेताओ का घमंड इतना है कि 65 प्लस की बात करते थे आज हालात क्या है. भाजपा को इतना अवसर दिया लेकिन यहां भाजपा ने अधिकारियों का राज ला दिया. भाजपा के कार्यकर्ताओं को उनके घर में ही किरायेदार जैसा बना दिया गया है. कार्यो के आधार पर जनता वोट देगी. दरअसल सुनील सोनी ने कहा था कि रमेश बैस ने जीत के रिकार्ड को कायम रखेंगे.

सुनील सोनी के छग का कर्ज चुकाने वाले बयान पर कहा कि हम छत्तीसगढ़ के लोग वो कहा से कर्ज चुकाएंगे. उनके ऊपर कर्ज था उन्होंने कर्ज इतना ले लिया कि राज्य को बर्बाद कर दिया. वो क्या कर्ज चुकाएंगे उन्होंने सिर्फ कर्जा लिया है.