एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि पूरे देश में गोहत्या पर प्रतिबंध का यह कहकर विरोध किया है कि वीर सारवरकर भी कहते थे किअगर गायों की उपयोगिता नहीं है तो उसका मांस खाने से कोई दोषी नहीं हो सकता है। पवार ने कहा कि गो प्रेम पर उन्हें आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि जो लोग गो हत्या के लिए कानून बनाने की वकालत करते हैं वे वीर सावरकर की बात तो करते हैं मगर उनकी विचारों को नहीं मानते। उन्होंने कहा कि सावरकर गो प्रेम की बात करते थे मगर वह यह भी कहते थे कि जब गो का उपयोग खत्म हो जाए और वह किसानों पर बोझ बन जाए तो उसको मारना गलत नहीं है।