आज सारी दुनिया सूचना और तकनीक क्षेत्र में रोज एक नया आयाम स्थापित कर रही है. इन क्षेत्रों में हर रोज होने वाले आविष्कार जीवन को लगातार सुलभ कर रहे हैं. सूचना तकनीक के इसी आविष्कार ने विश्व की दूरी को कम कर दिया है. विश्व में मोबाइल क्रांति ने उन सारी चीजों को संभव कर दिया है जो कभी असंभव हुआ करते थे. अब लोग सैकड़ों मील की दूरी पर बैठे अपने रिश्तेदारों से ना सिर्फ बात कर पा रहा है बल्कि वह उन्हें देख भी पा रहा है. यहीं नहीं मोबाइल क्रांति ने लोगों के जीवन को इतना ज्यादा आसान कर दिया है कि घर बैठे ही मोबाइल से  बैंकों के काम मिनटों में निपटाया जा सकता है. जिसके लिए एक लंबी दूरी तय करने के बाद घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ता था. ऐसे ना जाने कितने कार्य हैं जो घर बैठे मोबाइल से ही संभव हो जाता है. उन कार्यों के लिए अब अलग से ना कहीं जाना पड़ता और ना ही किसी तरह की परेशानी झेलनी पड़ती है. छत्तीसगढ़ की रमन सरकार ने सूबे के उन पिछड़े हुए लोगों को संचार क्रांति योजना के तहत जोड़ने का कार्य किया है जो तकनीक की इस दुनिया में बेहद पिछड़े थे. लोगों के पिछड़े होने की एक बड़ी  वजह में से आर्थिक तंगी भी एक वजह है. रमन सिंह की सरकार द्वारा संचार क्रांति योजना के तहत प्रदेश की 50 लाख से ज्यादा महिलाओं और छात्रों को 4 जी स्मार्ट फोन दिया जा रहा है.

आदिवासी बहुल इलाका तमनार में भी महिलाओं को स्मार्ट फोन मिला है. यह अंचल छत्तीसगढ़ के सबसे ज्यादा पिछड़े इलाकों में से एक है.  सुविधाओं का अभाव और गरीबी के चलते इनके हालात बेहद खऱाब थे. किसी तरह की दुर्घटना या स्वास्थ्य खराब हो जाने पर मरीज को सही समय पर इलाज नहीं मिल पाता था. क्योंकि ये परिवार समय रहते सूचना ही नहीं भेज पाते थे. इस तरह अनेकों समस्याएं उनके जीवन में थी.

जनपद सदस्य हेमलाल साव बताते हैं कि मोबाइल मिल जाने के बाद अब ग्रामीणों को शासन की योजनाओं की जानकारी पहले ग्रामीणों तक सही ढ़ंग से नहीं पहुंच पाती थी. हेमलाल कहते हैं कि अब ग्रामीणों तक सारी जानकारियों दिए जा रहे स्मार्ट फोन से प्राप्त हो जा रही है. वहीं लोगों को अपने परिचितों से बात करने में भी सुविधा हो गई है. लेकिन पहले स्थिति ऐसी नहीं थी. उन्हें ना तो कोई जानकारी मिल पाती थी और ना ही उनकी किसी से बात हो पाती थी.

8 वीं कक्षा पास दमयन्ति को भी स्मार्ट फोन मिला है. दमयन्ति भी ऐसे परिवार से आती हैं जहां रोज मर्रा की जरुरतों को पूरा करने में दिन निकल जाता था. ना किसी रिश्तेदार परिचितों से बात हो पाती थी और ना ही किसी योजना की जानकारी ही मिल पाती थी. दमयन्ति कहती हैं वीडियो कॉलिंग से बात करना बेहद रोमांचक है, दूर रहने वाले लोगों को देख सकते हैं.

आरती साहू छात्रा हैं वे कहती हैं कि संचार क्रांति से मिले मोबाइल का इस्तेमाल वे ना सिर्फ मनोरंजन के लिए करती हैं बल्कि पढ़ाई के लिए भी करती हैं. उनका कहना है कि इंटरनेट के माध्यम से पढ़ाई करना काफी अच्छा है. यहां सारी अच्छी पाठ्य सामग्रियां मौजूद हैं. वे इस योजना को छात्र वर्ग के लिए बेहद फायदेमंद बताती हैं.

कमला चौहान को भी संचार क्रांति के तहत मोबाइल मिला है. कमला कहती हैं कि मोबाइल में इंटरनेट के माध्यम से वो अच्छा-अच्छा खाना बनाना सीख रही हैं. उन्होंने समोसा बनाना भी सीख लिया है. वो कहती हैं कि इसके अलावा वो सिलाई कढ़ाई और डियाजनर तरीके से कपड़ा सिलना भी सीख रही हैं. उनका कहना है कि यह योजना बेहद फायदेमंद योजना है. जो कि अलग-अलग वर्गों के लिए लाभदायक है.

कौशल्या का परिवार बेहद गरीब है. वो भी मोबाइल मिलने से खुश हैं. वो कहती हैं कि वीडियो कॉलिंग के माध्यम से अपने नाति और नातिन से वो बात कर लेती हैं. उन्हें देख पाती हैं. जो कि पहले संभव नहीं हो पाता था. गर्मी के छुट्टी में बेटा अपने बच्चों और पत्नी के साथ घर आता था उसी दौरान सबको देख पाती थी लेकिन अब हर दिन उनसे ना सिर्फ बात हो पाती है बल्कि उन्हें देख भी पाती हैं.

दमयन्ति, आरती, कमला और कौशल्या के जैसी ही ना जाने कितनी महिलाएं व छात्राएं हैं जो इस योजना से लाभान्वित हो रही हैं. वे सब रमन सरकार की इस योजना से बेहद खुश हैं.

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