रायपुर।  चनावी साल में सियासी जंग में जाति-धर्म के रंग हर पार्टी में संग-संग देखने को मिल रहा है। भाजपा के वार कांग्रेस का पलटवार और कांग्रेस के वार भाजपा का पलटवार सिलसिलेवार तरीके  से जारी है। कांग्रेस ने भाजपा संगठन महामंत्री रामलाल और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल पर ना सिर्फ तंज कसा, बल्कि चाल-चरित्र को लेकर सवाल उठाते हुए बड़ा हमला बोला है। प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने आरोप लगाया है कि जनविरोधी नीतियों के कारण छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार की विश्वसनीयता समाप्त और रमन सिंह का चेहरा बेनकाब और दागदार हो चुका है।

रमन सरकार के भ्रष्टाचार, कमीशनखोरी और वादाखिलाफी से जनता त्रस्त है। त्रिवेदी ने यह भी कहा कि एक सतनामी डॉ. शिवकुमार डहरिया और एक आदिवासी रामदयाल उइके का प्रदेश कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बनना, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को बर्दाश्त नहीं हुआ। भाजपा के सतनामी विरोधी और आदिवासी विरोधी चरित्र का जीता जागता सबूत है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल के साथ दो कार्यकारी अध्यक्ष बनाये जाने से भयभीत होकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने यह बयान दिया है। आज भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी कहा है कि वे भगवान से प्रार्थना करते हैं कि लड़ाई चलती रहे। यह बेहद आपत्तिजनक है।

एक राष्ट्रीय पार्टी भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष द्वारा यह कहना कि लड़ाई चलने के लिए वे भगवान की प्रार्थना कर रहे है, इससे भाजपा के विघटनकारी चरित्र का प्रमाण मिलता है। लड़ाई कराने के लिए वे भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं। भगवान से प्रार्थना भारत में अच्छे कार्यों के लिए की जाती है। हमारी संस्कृति कहती है सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामयाः, सब खुश हो, सब अच्छे से चले आपस में परेशानी ना हो इस तरीके की प्रार्थना भगवान से की जाती है। सत्य, अहिंसा, शांति सबके कल्याण की प्रार्थना, सबमें सद्भाव भारतीय संस्कृति का प्रमुख घटक है, लेकिन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भगवान से लड़ाई की प्रार्थना कर रहे हैं। यह भाजपा का मानसिक दिवालियापन है। भाजपा के हाथों से फिसलती हुई सत्ता को देखकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बौखला गये है।