रायपुर। संविलियन से वंचित प्रदेशभर के वर्ग- 3 शिक्षाकर्मी सरकार से काफी नाराज चल रहे है. संविलियन की मांग और वेतन विसंगति की आ रही समस्या को लेकर रविवार को सभी शिक्षाकर्मियों ने राजधानी में जुटकर आगे की रणनीति बनाई. शिक्षाकर्मियों ने सरकार के खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़े जाने का ऐलान भी कर दिया है.
दरअसल इन शिक्षाकर्मियों को सबसे ज्यादा दिक्कत वेतन विसंगति को लेकर आ रही है. आज राजधानी में सभी वंचित शिक्षाकर्मी इकट्ठा हुए औऱ आगे आंदोलन की रणनीति बनाई.इस दौरान वर्ग 3 के शिक्षाकर्मियों ने सरकार को विश्वासघाती बताते हुए कहा कि संविलियन के नाम पर सरकार ने हमारे साथ विश्वासघात किया है.सरकार लगातार वर्ग 3 के शिक्षाकर्मियों को प्रताड़ित करते आ रही है.
उन्होंने कहा कि सरकार ने 8 वर्ष के नीचे वाले शिक्षाकर्मियों का संविलियन न करके उनको छला है. उनका कहना है कि उन्हें सबसे ज्यादा दिक्कत वेतन विसंगति की आ रही है. पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि मध्यप्रेदश में समानुपातिक और क्रमोन्नति वेतन दिया जा रहा है. लेकिन छत्तीसगढ़ में ऐसा नही हो रहा है. अभी वर्ग-3 का वेतनमान वर्ग एक और तीन के अपेक्षा बहुत कम है. वर्ग दो और तीन के बीच 14,000 का अंतर है जबकि एक और दो के बीच ऐसा नही है.
आंदोलन का हुआ एेलान
वेतन विसंगति और संविलियन को लेकर वर्ग-3 के शिक्षाकर्मियों ने आंदोलन का एेलान भी कर दिया है. इसके बाद प्रदेशभर से सभी वंचित शिक्षाकर्मी राजधानी में जुटकर महापंचायत करेंगे. शिक्षाकर्मियों ने चेतावनी दी है कि इसके बाद भी सरकार उनकी मांगे नहीं मानी तो वे प्रदेश के सभी प्राथमिक शालाओ में तालाबंदी करेंगे. बता दें कि जब से सरकार ने 8 वर्ष के ज्यादा कार्यकाल वाले शिक्षाकर्मियों का संविलियन किया है तभी से वर्ग- 3 शिक्षाकर्मी इसे लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.