रायपुर। जिस राज्य में सरकार ने शराब का सरकारी करण कर दिया है वहां के मुखिया ने दहेज और शराब को बड़ी बुराई बताते हुए शादी-ब्याह में इस पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया है. सीएम डॉ रमन सिंह ने यह आह्वान अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा द्वारा आयोजित महाराणा प्रताप जयंती पर किया. इस दौरान सीएम के साथ उनकी पत्नी वीणा सिंह, बहन इला कल्चुरी और बेटी अश्मिता सिंह भी मौजूद थीं.

क्षत्रिय महासभा द्वारा ठाकुर विघ्नहरण सिंह भवन में कार्यक्रम आयोजित किया गया था. सभा को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि राजपूतों में सबसे बड़ी प्राब्लम है सबसे बड़ी पीड़ा है सबसे बड़ी तकलीफ है बेटियों की शादी में जितना  हम दहेज लेते हैं देते हैं वो हमारे लिए एक प्रकार से समाज को पीछे करने वाला है. समाज को सब समाज से अलग, आज हर समाज सामूहिक शादी कर रहा है पांच सौ, हजार डेढ़ हजार गरीब से गरीब समाज और बड़ा से बड़ा समाज इस भवन को निशुल्क दिया जाएगा.

जो अपनी बेटियों और समाज में कम से कम साल में दो बार सामूहिक शादी करेगा और ऐसे सामूहिक शादी करने वालों को 11 हजार हर परिवार को जब तक यह चलता रहेगा मैं देता रहूंगा. सामूहिक शादी साल में एक बार दो बार करें सब इसका उपयोग करें. इससे समाज में सुधार की ओर आगे बढ़ने में काम आएगा. शादियों में इतना सारा व्यर्थ करते हैं.

मृत्युभोज में इतना ज्यादा आडंबर करते हैं दुनिया बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है. विचार करना चाहिए जितने भी बड़े हमारे समाज के 10 प्रमुखों को. हम सबको विचार को विस्तारित करना चाहिए. विस्तारित यह करना चाहिए कि हम दहेज नहीं लेंगे. 11 आदमी से ज्यादा बारात में न ले जाएं. हम 101 या उससे ज्यादा बेटियों वालों से नहीं लेंगे. शराब का उपयोग शादी में पूर्णतया प्रतिबंधित कर दिया जाना चाहिए. सारे झगड़े की जड़ शराब है. ये सब प्रोग्रेसिव स्टेप समाज को लेना चाहिए.