रायपुर। विश्वव्यापी कोरोना त्रासदी के दरमियान स्थानीय संसाधनों का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करते हुए लोगों को रोजगार देने और पर्यावरण संरक्षण पर जोर देने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लगातार प्रयासरत् हैं. मुख्यमंत्री की इसी भावना और मंशा के अनुरूप में रायपुर जिले के छेरीखेड़ी में विभिन्न स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बांस से ट्री-गार्ड निर्माण करने सहित विभिन्न सामग्रियों का निर्माण किया जा रहा है. गुरुवार को मुख्य सचिव आर.पी. मंडल ने जिले क मल्टीयूटीलिटी सेंटर के माध्यम से किये जा रहे कार्यो का अवलोकन किया और धरातल पर किये जा रहे कार्यो का जायजा लिया. उन्होंने यहां महिलाओं के स्वरोजगार सृजन और कौशल विकास का कार्य देखा.

              मुख्य सचिव ने  सेरीखेड़ी केन्द्र पहुंचकर महिलाओं से उत्पादन प्रकिया की जानकारी ली. उन्होंने इन सामग्रियों की गुणवत्ता और यहां महिलाओं द्वारा सीखे गए हुनर की तारीफ की.  पर्यावरण विभाग की सचिव पी. संगीता और नगर निगम  रायपुर के आयुक्त सौरभ कुमार ने बताया कि आगामी बरसात ऋतु को दृष्टिगत रखते हुए ट्री-गार्ड के माध्यम से 10-10 हजार पौधों का रोपण नवा रायपुर, अटल नगर और नगर निगम क्षेत्र में करने किए जाएंगे.

मुख्य सचिव ने इस केन्द्र में बांस हस्तकला के अन्य विविध उत्पादों के साथ साथ ग्लिसरीन सोप निर्माण, डिजाइनर मोमबत्ती निर्माण, डिटर्जेंट पाउडर, चप्पल, एल ई डी बल्ब,अगरबत्ती, चेनलिक जाली, मशरूम और रंगीन मछलियों आदि के उत्पादन का अवलोकन किया। उन्होंने यहां महिलाओं द्वारा बनाए जा रहे सूती कपड़े के मास्क निर्माण के प्रति भी रूचि दिखाई.

मुख्य सचिव ने इस बात की भी तारीफ की कि बांस से ट्री गार्ड बनाने के बाद बचे अनुपयोगी सामग्रियों से किस तरह अन्य सामग्री और इसी तरह अन्य अनुपयोगी सामग्रियों का सदुपयोग किया जा रहा है. इस केन्द्र में अभी तक 8 हजार से भी ज्यादा ट्री गार्ड बनाए जा चुके हैं. ट्री गार्ड  पर्यावरण के अनुरूप है और सीमेंट तथा लोहे का अच्छा विकल्प है। बांस की शेष सामग्रियों से  रैक, स्टापर, बास्केट, चेयर टेबल, फूलदान, एलोविरा सोप, गाय के गोबर और जडी बूटियों से धूप निर्माण, गोबर से गमला निर्माण और सूखे फूलों से गुलाम निर्माण भी किया जा रहा है. यहां के एल ई डी बल्ब निर्माण यूनिट की क्षमता 4 हजार बल्ब है। इसे बाय बैक नीति के तहत बनाया जा रहा है. इसी तरह पेपर बैग और दफ्तर के लिए फाईल आदि बनाने का कार्य भी किया जा रहा है.

मुख्य सचिव ने इस परिसर की सुरक्षा के दॄष्टि से अपनाए गए सीसीटीव्ही तथा कोरोना से बचाव हेतु सेनेटाइजेशन, सोशल डिस्टेशिग, हाथ के बार बार धोने, मास्क का उपयोग करने की भी तारीफ की.  जिला प्रशासन कीं प्रशंसा करते हुए ऐसे कार्य को लगातार बढावा देने के रणनीति बना कर कार्य करने को कहा. इस अवसर पर कलेक्टर डॉ एस भारती दासन और जिला पंचायत के मुख्य कार्यकारीअधिकारी डा गौरव सिंह भी उपस्थित थे.