रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोषालय का सर्वर 20 दिनों से बंद होने के कारण 2 हजार करोड़ रुपए के बिल रुक जाने को राज्य सरकार की कलाकारी करार देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री तथा भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि देश अंतरिक्ष फतह कर रहा है और कांग्रेस की भूपेश सरकार छत्तीसगढ़ को रसातल में ले जा रही है. यह कैसे संभव है कि आज के दौर में कोषालय का सर्वर इतने दिनों तक बंद रहे और पूरे प्रदेश में आर्थिक रुकावट आ जाये. राज्य सरकार 100 दिनों में ही छत्तीसगढ़ को दिवालियेपन की स्थिति में ले आई है और जानबूझकर सर्वर ठप करवाया गया है. कांग्रेस सरकार कर्मचारियों का वेतन और गरीबों को पेंशन देने की भी स्थिति में नहीं है.

डॉ. रमन सिंह ने कहा कि प्रदेश में कर्मचारियों के वेतन और मानदेय को सर्वर डाउन होने के नाम पर लटकाने के साथ ही पेंशन पाने वाले गरीबों पर भी भूपेश सरकार की वक्रदृष्टि पड़ी है. सरकार गरीबों की आह ले रही है और दूसरी तरफ अपनी वाह-वाह कर रही है.

डॉ. रमन सिंह ने कहा कि पूरे प्रदेश में कामकाज ठप हो गया है. भुगतान न होने की वजह से कोई काम नहीं हो रहा है यहां तक कि सफाई कामगारों तक को वेतन भुगतान नहीं किया गया है. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि 15 सालों के भाजपा शासन में छत्तीसगढ़ में कभी ऐसी स्थिति नहीं बनी कि कर्मचारियों के वेतन से लेकर विकास योजनाओं के कामों या सामाजिक उद्धार की योजनाओं पर किसी तरह की आर्थिक बाधा उत्पन्न हो. लेकिन जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई है, हर स्तर पर आर्थिक समस्या से प्रदेश का सामान्य कामकाज और विकास रुक गया है. यह समस्या भूपेश सरकार ने खुद उत्पन्न की है.

उन्होंने कहा कि हर माह 1 से 7 तारीख के बीच हर वर्ग के कर्मचारियों का हक उनके खाते में पहुंच जाना चाहिए, यह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की जिम्मेदारी है. डॉ. रमन सिंह ने कहा कि अगर कर्मचारियों को और सामाजिक हितग्राहियों को समय पर उनका पैसा नहीं दिया गया तो भाजपा जिम्मेदार विपक्ष की हैसियत से सरकार के खिलाफ संघर्ष करने तैयार है. प्रदेश की सेवा करने वाले कर्मचारियों और समस्त हितग्राहियों को इस सरकार में जिन विपरीत परिस्थितियों से गुजरना पड़ रहा है, वह अहसास करा रही है कि कांग्रेस की सरकार ने आर्थिक कुप्रबंधन के जरिये छत्तीसगढ़ को दिवालिया बनाकर रख दिया है.