रायपुर। विधानसभा रोड स्थित राजधानी के नामी स्कूल कैंपियन में दाखिला के पहले ही दिन एक मासूम के साथ दुष्कर्म किए जाने का सनसनीखेज मामला आया है. मामले के सामने आते ही बच्चों और उनके पालक दहशत में हैं. घटना 18 तारीख की बताई जा रही है, अक्षय तृतीया के शुभ मुहुर्त में बच्ची के पालकों ने उसका दाखिला कैंपियन स्कूल में कराया लेकिन उन्हें क्या मालूम था कि पहले दिन ही बच्ची के साथ ऐसी अनहोनी हो जाएगी जो कि शायद वो उम्र भर न भूल सके. जी हां घटना के बाद से बच्ची दहशत में है डरी-सहमी हुई सी है.
मामले की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद शुक्रवार को बाल आयोग की अध्यक्ष प्रभा दुबे, बच्ची के साथ उसके माता-पिता और विधानसभा थाना की भी टीम स्कूल पहुंची. जहां बाल आयोग के अध्यक्ष ने बच्ची का एकांत में बयान लिया और माता-पिता के साथ पूछताछ के अलावा स्कूल स्टाफ से भी उन्होंने पूछताछ किया. पूछताछ के बाद बाल आयोग की अध्यक्ष उस शौचालय में भी गईं जहां ये शर्मनाक घटना घटी.
बच्ची का अंडर गारमेंट जलाया
मीडिया से बातचीत में आयोग की अध्यक्ष प्रभा दुबे ने इस पूरे मामले में स्कूल प्रबंधन की भूमिका को संदेहास्पद बताया है उन्होंने बताया कि स्कूल प्रबंधन ने घटना दिनांक को बच्ची का अंडर गारमेंट रख लिया था और पूछे जाने पर प्रबंधन ने बताया कि उसे जला दिया गया है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि बच्ची से पूछताछ उन्होंने की है लेकिन वो डरी और सहमी हुई सी है इस वजह से वह घटना के बारे में ठीक से कुछ भी नहीं कह पा रही है. उधर इस मामले में स्कूल प्रबंधन की ओर से वाइस प्रिंसिपल अलेक्स ने स्कूल में घटना होने से इंकार किया है और बच्ची के अंडर गारमेंट को जलाने के मामले में सफाई देते हुए कहा कि बच्ची ने पोट्टी कर दी थी. पोट्टी करने की वजह से अंडरगारमेंट गंदा हो गया था इस वजह से उसे जला दिया गया है.
रिपोर्ट दर्ज करने में पुलिस की आनाकानी
वहीं इतने बड़े संवेदनशील मामले में राजधानी पुलिस की भूमिका पर भी सवालिया निशान लगा दिया है. बच्ची के पिता के अनुसार बच्ची जब घर पहुंची तो उसने अपनी मां को अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी. घटना की जानकारी लगते ही वे घर आने के बाद स्कूल गए और फिर रिपोर्ट दर्ज कराने पुलिस थाना गए लेकिन पुलिस उनकी रिपोर्ट दर्ज करने में हीला-हवाला करते रही और आखिरकार रात साढ़े 11 बजे पुलिस ने मामले की रिपोर्ट दर्ज की. इस मामले में पुलिस ने बच्ची का मेडिकल कराने और जांच की बात कही है.
लड़कों का है शौचालय
प्रबंधन ने स्कूल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने की बात कही है प्रबंधन का कहना है कि स्कूल में महिला आया है जो छोटे बच्चों को साथ लेकर बाथरुम ले जाती हैं साथ ही स्कूल कैंपस में कई जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं लेकिन जब हमने स्कूल का जायजा लिया तो प्रबंधन के दावे खोखले और झूठे नजर आए. स्कूल में कुछ कमरों के अंदर और शौचालयों के बाहर ही कैमरे लगे हैं जबकि बाकी किसी भी जगह कोई भी कैमरा लगा हुआ नजर नहीं आया. जिस शौचायल में यह घटना होने की बात सामने आ रही है वह लड़कों का शौचालय है. शौचालय के बाहर लगी नेम प्लेट में इसका जिक्र है