रायपुर। रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर बेरोजगार युवकों से ठगी किए जाने के मामले का भंडाफोड़ हुआ है. बेराजगारों से ठगी करने वाला और कोई नहीं बल्कि रेलवे में पदस्थ एक कर्मचारी ही है. आरोपी कर्मचारी लोको पायलट है.

मामले का भंडाफोड़ उस वक्त हुआ जब डीआरएम आफिस परिसर में कुछ युवकों की भीड़ और हल्ला गुल्ला होता हुआ, अंदर काम कर रहे लोगों को सुनाई दिया. जिसके बाद वे लोग बाहर गए और युवकों से मुलाकात की तब जा कर ठगी का यह मामला फूटा. युवकों ने बताया कि वे रेलवे में ज्वाइनिंग करने आए हैं उन लोगों ने बकायदा ज्वाइनिंग लेटर भी दिखाया जिसमें रेलवे के अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर थे.

चारों युवकों और उनके साथ आए परिजनों ने बताया कि रेलवे में पदस्थ लोको पायलट ने बड़े अधिकारियों से जान-पहचान बताकर उन्हें नौकरी लगाने का झांसा दिया था. आरोपी लोको पायलट ने सभी से डेढ़ से दो लाख रुपए बतौर एडवांस लिया था और उन्हें नियुक्ति पत्र देने डीआरएम आफिस बुलाया था. बताया जा रहा है इस दौरान पैसों के लेन-देन को लेकर दोनों पक्षों में कुछ विवाद हुआ. जिसके बाद ही मामले का भंडाफोड़ हुआ

मामले के फूटने के बाद अधिकारियों ने इसकी शिकायत खमतराई थाना में की जहां पुलिस ने आरोपी लोको पायलट को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है. बताया जा रहा है कि इस मामले में कुछ और लोगों के संलिप्तता की जानकारी सामने आ रही है लिहाजा पुलिस जल्द ही कुछ और लोगों को भी गिरफ्तार कर सकती है.