रायपुर- छत्तीसगढ़ मंत्रालयीन कर्मचारी संघ के 6 प्रमुख नेताओं के निलंबन के खिलाफ मंत्रालय के कर्मचारी आज एक बार फिर आंदोलनरत हैं.निलंबन आदेश रद्द करने की मांग को लेकर आज कर्मचारियों ने पहले सामान्य प्रशासन के प्रमुख सचिव और विधि विभाग के सचिव को ज्ञापन सौंपा,फिर इसके बाद सभी कर्मचारी काम बंद कर मुख्य सचिव कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गये हैं. कर्मचारियों का कहना है कि अपनी जायज मांगों के लिये संघ ने कल सामूहिक अवकाश लेकर विरोध प्रदर्शन किया था,लेकिन सरकार हठधर्मिता पर उतर आई है और मांगों पर आश्वासन देने के बजाय एकतरफा कार्रवाई करते हुए संघ के 6 नेताओं को निलंबित कर दिया.
गौरतलब है कि अपनी 10 सूत्रीय मांगो को लेकर छत्तीसगढ़ मंत्रालयीन कर्मचारी संघ के आव्हान पर मंत्रलाय के समस्त अधिकारी कर्मचारी स्वेच्छा से एक दिवस का सामूहिक अवकाश आवेदन भरे एवं समस्त अधिकारियों कर्मचारियों ने दिनांक 18 सितम्बर को स्वस्फूर्त कामकाज बंद रखा. संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि इसके पूर्व संघ द्वारा कई बार मुख्य सचिव व मुख्यमंत्री से अपने मांगो को पूरा करने हेतु आग्रह किया गया है किंतु सार्थक परिणाम न मिलने से समस्त अधिकारी कर्मचारी सामुहिक अवकाश पर रहे.
ज्ञात हो कि शासन को प्रस्तुत संघ के ज्ञापनों पर सामान्य प्रशासन विभाग, मुख्यमंत्री कार्यालय एवं मुख्य सचिव कार्यालय द्वारा संघ को पत्राचार किया जाता रहा है एवं मिलने के लिये भी संघ के पदाधिकारियों को समय दिया जाता रहा है.संघ द्वारा आयोजित मुख्यमंत्री महोदय के आभार एवं सम्मान समारोह में स्वयं मुख्यमंत्री जी शामिल हुए थे किंतु कल संघ की वैधानिकता पर सवाल उठाते हुए संघ की आन्दोलन को दमन करने के उद्देश्य से जारी किए गए निलंबन आदेशो को निरस्त कराने आज मंत्रालय के अधिकारी कर्मचारी मुख्य सचिव कार्यालय के सामने बैठे हुए हैं.