दिल्ली. संसद के मानसून सत्र के तीसरे दिन सदन में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर बहस जारी है. जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिन भर हुई बहस के बाद सदन में अपना पक्ष रखा. इस दौरान सदन में काफी हंगामा देखने को मिला.
इस हंगामे के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष के तमाम आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि संसद में बहुमत नहीं फिर भी अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है. राहुल गांधी के गले मिलने पर पीएम मोदी बोले कि कुर्सी पर पहुंचने की राहुल को जल्दबाजी है. मोदी ने कहा – कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव के बहाने अपने कुनबे को जमाने की कोशिश की गई है. पीएम मोदी ने कहा- हम यहां इसलिए हैं क्योंकि सवा सौ करोड़ देशवासियों का हमें आर्शीर्वाद है. आप इस प्रस्ताव के जरिए उन लोगों का अपमान न करें. हमें कहा गया कि जब मैं बोलूंगा तो आप 15 मिनट भी नहीं टिक सकेंगे. मैं उपलब्धियों के साथ खड़ा हूं.
पीएम मोदी के भाषण के दौरान विपक्ष द्वारा लगातार हंगामा किया जाता रहा लेकिन मोदी ने बोलना बन्द नहीं किया. मोदी ने आगे कहा कि हमारी उपलब्धियों पर विपक्ष को विश्वास नहीं. जब हम डिजिटल लेनदेन की बात करने लगे तो सदन में बैठे लोग बताने लगे कि हमारे देश में लोग अनपढ़ हैं. ऐसे लोगों को हमारे देश की जनता ने तमाचा मारा है. इनकी यही मानसिकता गलत है. पीएम ने कहा – कांग्रेस को खुद पर अविश्वास है. उनको ईवीएम, चुनाव आयोग, न्यायालय, आरबीआई जैसी संस्थाओं पर विश्वास नहीं है. राहुल गांधी पर पीएम ने तंज कसते हुए कहा कि आज कल शिव भक्ति की बातें हो रही हैं. भगवान आपको इतनी शक्ति दे कि 2024 में फिर से आपको अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़े.
आगे पीएम ने कहा कि डोकलाम के विषय पर अगर जानकारी नहीं है तो बोलने से बचना चाहिए. जो डोकलाम पर बोलते हैं वो चीनी राजदूत से मिलते हैं. देश की सुरक्षा को लेकर ऐसी बचकानी हरकतें नहीं करनी चाहिए. पीएम ने कहा – राफेल पर गुमराह किया गया. देश के सेनाध्यक्ष के लिए गलत भाषा का इस्तेमाल किया गया. राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर बचकानी हरकत से बचना चाहिए.
इस दौरान पीएम मोदी ने सोनिया गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि जो नंबर का दावा कर रहे हैं, ये उनका अहंकार है. 1979 में चौधरी चरण सिंह जी को पहले समर्थन का भ्रम दिया गया फिर वापस ले लिया गया. यह किसान नेता का अपमान था. यह फॉर्मूला लंबे समय तक चलता रहा.
मोदी ने कहा – गाली देना है तो मुझे दो, देश की सेना को नहीं. राहुल गांधी को आंख में आंख डालने वाले बयान पर पीएम बोले – हां, हम गरीब है. हमारी हैसियत आंख में आंख डालने की नहीं. आप तो नामदार हैं, हम तो कामदार हैं. जिन लोगों ने आंख में आंख डालने की कोशिश की उनके साथ क्या किया गया. इतिहास गवाह है. राहुल गांधी के आंख मारने पर पीएम ने कहा कि आज इन आंखों का खेल पूरा देश देख रहा है.
पीएम ने कहा- हम चौकीदार भी हैं, भागीदार भी हैं लेकिन आप की तरह ठेकेदार नहीं हैं. हम गरीबों, किसानों और नौजवानों के सपनों के भागीदार हैं. पीएम ने कहा – कांग्रेस तो डूबी हुई है, उनके साथ जाने वाले भी डूबेंगे. पीएम मोदी ने पी चिदंबरम के पुराने बयान का किया जिक्र. तब चिदंबरम ने कांग्रेस के खिलाफ बयान दिया था. पीएम ने कहा – कांग्रेस की वजह से तेलंगाना का विवाद. भारत और पाक का विभाजन भी आपकी करतूत. पीएम मोदी ने कहा – आंध्र के लोगों की हमें चिंता. टीडीपी ने अपनी नाकामी को छुपाने के लिए यू-टर्न लिया. मैंने चंद्रबाबू नायडू को हिदायत दी थी. चंद्रबाबू नायडू वाईएसआर के जाल में फंस गए.
लोकसभा में पीएम मोदी के भाषण के दौरान टीडीपी के सांसद नारेबाजी कर रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा – कांग्रेस ने अर्थव्यवस्था को खोखला कर दिया. 2009 से 2014 तक बैंकों को लूटने का खेल चलता रहा. आजादी के 60 साल में हमारे देश की बैंकों ने लोन के रुप में जो राशि दी वो 18 लाख करोड़ थी, लेकिन 2008 से 2014 के बीच यह राशि 18 लाख से 52 लाख करोड़ हो गई. पीएम ने कहा- हमने बैंक में सुधार के लिए बहुत सारे कदम उठाए हैं. हमने एनपीए को भी कम करने के लिए कार्रवाई की है. बैंकों को 2 लाख 10 हजार करोड़ से ज्यादा की राशि री-कैपिटलाइजेशन के लिए दिए जा रहे हैं. बैंकरप्सी कानून से एनपीए की रिकवरी में मदद मिलेगी. अगर 2014 में एनडीए की सरकार नहीं बनी होती तो यह देश बहुत बड़े संकट में होता.
पीएम ने कहा- हमने महिलाओं को आगे बढ़ाने का काम किया है. तीन तलाक के मुद्दे पर हमारी सरकार मुस्लिम महिलाओं के साथ है. बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ जनअभियान बना है. पीएम ने कहा- हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो.
हमने 50 लाख से ज्यादा लोगों का रोजगार दिया. वकीलों के माध्यम से 2 लाख लोगों को रोजगार मिला. पिछले साल हमारे यहां 2 लाख 55 हजार ऑटो की बिक्री हुई है. ऑटो के जरिए 3 लाख 40 हजार लोगों को रोजगार मिलता है.
अंत में मोदी ने विपक्ष को साल 2024 के लिए दोबारा अविश्वास प्रस्ताव लाने का न्यौता देते हुए अपना भाषण समाप्त किया.