प्रमोद निर्मलकर,राजनांदगांव. नक्सली अब तक पुलिस और सुरक्षा जवानों को ही अपना शिकार बनाते रहे है. लेकिन अब इन नक्सलियों ने वन विभाग को भी अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया है. इन नक्सलियों द्वारा वन विभाग के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए आगजनी, तोड़फोड़ और पोस्टर वार शुरू किया गया है. ये नक्सली वन विभाग द्वारा जंगल में फेंसिंग तार लगाये जाने का विरोध कर रहे है.

राजनान्दगाव में छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र सीमा पर बसे मानपुर वनान्चल मे माओवादियो ने वन विभाग को अपना निशाना बनाया है. मानपुर और कोहका दो थानो के मध्य महज 7 से 8 किलो मीटर के दायरे मे ही आगजनि , तोड़फोड़ और पोस्टर वार कर लाल सेना ने इलाके मे अपनी तगड़ी मौजूदगी भी दर्ज की है.

खेड़ेगाव और नान्गुरटोला के मध्य जंगल को वन विभाग द्वारा फेंसिंग तार से घेरने का काम कराया जा रहा है. इसी बात से नाराज नक्सलियों ने यहा लगाए गए फेंसिंग तारों और खम्बो को उखाड़कर छतिग्रस्त कर दिया है. साथ ही जंगल में वन चौकीदारी के लिये बने झोपड़ी को भी इन नक्सलियों ने आग लगा दी. इसके अलावा नक्सलियों ने यहां पर पोस्टर भी फेके है, जिसमें वन विभाग द्वारा लगाये जा रहे फेंसिंग तार के चलते आम लोगों को तकलीफ होने की बात कही गई है सा​थ ही इस वन विभाग के अधिकारियों को बन्दे करने की चेतावनी भी दी गई है. यह चेतावनी आरकेबी दिविजन के हवाले से दी गई है.

नक्सलियों द्वारा मचाये गये इस उत्पात का पता तब चला जब आज वन विभाग कर्मचारी मौके पर निरिक्षण के लिए पहुंचे थे. इसके बाद वन विभाग के अधिकारियों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी. जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.

लेकिन अब तक इस बात का पता नहीं चल सका है कि इस घटना को कितने नक्सलियों ने और कब अंजाम दिया है. वही घटना के बाद से ही क्षेत्र में दहशत व्याप्त है.