वाराणसी। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में छात्राओं के साथ छेड़छाड़ और लाठीचार्ज के मामले में वाइस चांसलर गिरीश चंद्र त्रिपाठी पर गाज गिरी है. बताया जा रहा है कि उनके सारे अधिकार अगले आदेश तक सीज कर दिए गए हैं.

इससे पहले बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर प्रो. ओंकारनाथ सिंह ने इस्तीफा दिया था. उनका इस्तीफा मंजूर हो चुका है और एम के सिंह नए चीफ प्रॉक्टर बन सकते हैं.

बता दें कि वीसी गिरीश चंद्र त्रिपाठी 26 नवंबर 2017 को रिटायर हो रहे हैं.

इधर कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल कुलपति को पद से हटाने की मांग कर रहे हैं. वहीं कल कमिश्नर नितिन गोकर्ण ने मुख्य सचिव राजीव कुमार को जांच रिपोर्ट सौंपी थी, जिसमें विश्वविद्यालय प्रशासन को घटना के लिए जिम्मेदार बताया गया था.

गौरतलब है कि इस मामले में कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने अपनी सफाई दी थी और कहा था कि कार्रवाई उनपर की गई थी, जो विश्वविद्यालय की संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे थे. उन्होंने इसमें बाहरी तत्वों का हाथ बताया था. उन्होंने ये भी कहा कि छात्राओं पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने ये भी कहा कि यूनिवर्सिटी कैंपस में पेट्रोल बम फेंके जा रहे थे और उन पर भी पत्थरों से हमला किया गया था.

इधर बीएचयू प्रशासन पूरी घटना की न्यायिक जांच करा रहा है. इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस वी के दीक्षित की अध्यक्षता में जांच समिति गठित की गई है.