रायपुर. पत्थलगड़ी को लेकर स्कूल शिक्षा मंंत्री केदार कश्यप का बयान सामने आया है. उन्होंने पत्थलगड़ी को पूरी तरह से असंवैधानिक और देशद्रोह करार दिया है. केदार कश्यप ने कहा कि जिस तरीके से पत्थलगड़ी में अपना कानून बनाया जा रहा है. वह असंवैधानिक है. जिस तरह उनके द्वारा अपना मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री या सरकार बनाने की बात कहीं जा रही है, ये किस संविधान में लिखा गया है? ये असंवैधानिक और देशद्रोह है.

गौरतलब है कि चुनावी साल में आदिवासियों ने ‘पत्थलगड़ी’ मामले में सरकार के ख़िलाफ़ अपना अभियान ऐसे समय में शुरु किया है, जब राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह अपनी सरकार के 15 सालों उपलब्धियों को बताने के लिये विकास यात्रा पर निकले हुए हैं। जबकि राज्य की विपक्षी पार्टी कांग्रेस इस पूरे मसले को सीधे-सीधे राज्य के विकास से जोड़ रही है। कांग्रेस पार्टी ने ‘खोजो विकास’ नाम से एक अभियान भी गांव-गांव में शुरु किया है। पार्टी का कहना है कि आदिवासी इलाकों के हालात बेहद ख़राब हैं, इसलिए आदिवासियों को संविधान में दिये गये अपने अधिकारों के लिये ‘पत्थलगड़ी’ जैसे अभियान को चलाना पड़ रहा है।

दूसरी ओर, मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा था कि पत्थलगड़ी का कोई विरोध नहीं है. विरोध करता हूं उन ताक़तों का, जो पत्थलगड़ी के नाम से विभाजन रेखा खींचना चाहती है। ये चुनाव की दृष्टि से षड़यंत्र है और एक प्रकार से ताक़त है, जो धर्मांतरण को बढ़ावा देना चाहती है।