रायपुर। राजधानी के कारोबारियों को 70 करोड़ से ज्यादा का चूना लगाकर फरार हुए ठग दंपत्ति को गिरफ्तार करने में पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली है. आरोपियों के खिलाफ जिले के कई थानों में ठगी 40 से ज्यादा शिकायतें दर्ज कराई गई है. आरोपी का नाम महेन्द्र गुप्ता और उनकी पत्नी सुनीता गुप्ता है. आरोपियों ने राजधानी के कारोबारी और पंकज ग्रुप के चेयरमैन ललित अग्रवाल के साथ 16 करोड़ की ठगी की वारदात को अंजाम दिया है. पंकज ग्रुप के डायरेक्टर पंकज गुप्ता के मुताबिक आरोपी के साथ जमीनों का सौदा हुआ था. रामसागर पारा, मंदिर हसौद, उरला और तेलघानी इलाके में आरोपी महेन्द्र गुप्ता व उनकी पत्नी ने पीड़ित ललित अग्रवाल को जमीनें दिखाई और उसका सौदा 16 करोड़ रुपये में तय किया. ललित अग्रवाल से सौदे की पूरी रकम चेक और आरटीजीएस के माध्यम से लेकर आरोपी ने उन्हें सभी जमीनों की पावर ऑफ अटार्नी दे दी. लेकिन बाद में उन्हें पता चला कि आरोपी ने वही जमीन किसी दूसरे व्यक्ति को भी बेच दी है. जिस पर उन्होंने थाना आजाद नगर में इसकी शिकायत दर्ज कराई थी.
पंकज गुप्ता के मुताबिक आरोपी महेन्द्र गुप्ता पेशे से स्टील कारोबारी था. उनकी मुलाकात साल 2012 में धंधे के सिलसिले में हई थी. जिसके बाद उनका उससे परिचय हुआ. आरोपी ने इसी का फायदा उठाते हुए उन्हें राजधानी के प्राइम लोकेशन की महंगी जमीनों को दिखाकर सौदा कर लिया. बताया जा रहा है कि आरोपी ने कई कारोबारियों से हुंडी में करोड़ों रुपये लिया था और उसके एवज में उसने सभी को चेक दिये थे. जानकारी के मुताबिक आरोपी ने व्यापारियों को तकरीबन सवा सौ चेक बांटे जो कि सभी के सभी बाउंस हो गए हैं. पंकज के मुताबिक आरोपी ठगी की वारदात को अंजाम देने के बाद यहां से फरार हो गए हैं. बताया जा रहा है कि वे इंदौर में छिपे हैं और वहां भी उन्होंने ठगी का अपना जाल बिछा दिया है. उनके ठिकानों की जानकारी ठगी के शिकार कारोबारियों ने पुलिस को भी दे दी है लेकिन अभी तक पुलिस द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है.