मदद करने वाली गरिमा द्विवेदी

मनीष सोनी, अंबिकापुरलल्लूराम डाॅट काॅम एक बार फिर जरूरतमंदों की आवाज बना. दरअसल अंबिकापुर के होली क्राॅस अस्पताल में गुप्तेश्वर की पत्नी चंदा ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया था, लेकिन जन्म के चंद घंटों बाद डाॅक्टरों ने खबर दी कि नवजात को दिल की बीमारी है. डाॅक्टरों ने परिजनों से कहा बेहतर इलाज के लिए बाहर ले जाएं. चूंकि परिवार गरीब था, लिहाजा बेबस और लाचार परिवार का संबल बनने का बीड़ा उठाया लल्लूराम डाॅट काॅम ने.


लल्लूराम डाॅट काॅम ने इस मुद्दे को प्रमुखता से प्रकाशित कर मदद की गुहार लगाई. पहल रंग लाई. सरगुजा संभाग से ही दर्जनों हाथ मदद के लिए आगे बढ़े.  सरगुजा की संवेदनशील महिला पुलिस अधिकारी गरिमा द्विवेदी ने सबसे पहले आगे आकर गरीब बच्चे की सहायता के लिए हाथ आगे बढाया. उन्होंने लाचार परिवार को दस हजार रूपए की आर्थिक सहायता दी.

इस सहयोग के बाद सरगुजा की समाजसेवी वंदना दत्ता, तृप्ति विश्वास, टुटेजा मेडिकल के संचालक के अलावा कई और मददगार सामने आए, जिनकी सहायता से अस्पताल में भर्ती नवजात को रायपुर रेफर किया गया. नवजात के इलाज के लिए परिवार को आर्थिक सहायता मिल सकी.

 

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अम्बिकापुर के होली क्रॉस अस्पताल में गुप्तेश्वर की पत्नी चंदा की डिलीवरी ऑपरेशन के होने के बाद एक स्वस्थ बच्चे ने जन्म लिया, पर इनकी खुशियों में कुछ देर में ही परेशानियों में तब्दील हो गयी।  चिकित्सक ने 2 घण्टे बाद ही परिजनों से यह कह दिया कि बच्चे को गंभीर दिल की बीमारी है और होली क्रॉस अस्पताल में इसका कोई इलाज नही हो सकेगा , बच्चे को बाहर ले जायें

सरगुजा के मेडिकल कालेज में भी इस गंभीर बीमारी का कोई इलाज नही है । चूंकि परिवार काफ़ी ग़रीब है और सिजेरियन का पैसा भी इन्हें देना मुश्किल हो रहा है, तब की हालात में नवजात को रायपुर तक ले जाने के लिए एम्बुलेन्स की आवयश्कता पड़ रही है जिसका किराया भी इनके पास नही है । लिहाजा परिजन मासूम को बचाने मदद की गुहार लगा रहे हैं। यदि बच्चे को जल्द से जल्द रायपुर के सर्वसुविधा युक्त अस्पताल ले जा सके तो बच्चे की जान बचाई जा सकती है।

इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं-

सचिन – 9977022043