दिल्ली. नेताओं औऱ फिल्म स्टारों को लेकर लोगों में बेहद दीवानगी होती है. लोग अपने प्रिय एक्टर और नेता के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं. वहीं कुछ ऐसे भी होते हैं जो अपने राजनैतिक विरोधियों से विरोध जताने का अनूठा तरीका खोज निकालते हैं. यूक्रेन के दो कलाकारों ने कुछ ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है.
न्यूयार्क में दुनियाभर के कलाकारों को अपनी कला का प्रदर्शन करने के लिए एक्जीबिशन का आयोजन किया जा रहा है. इसमें कलाकार अपने-अपने तरीके से अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं. इस एक्जीबिशन की खास बात इसमें सात फुट की रुस के राष्ट्रपति ब्लादीमीर पुतिन की पोर्ट्रेट है. इसकी खास बात ये है कि इसे बंदूक की गोलियों से बनाया गया है. ये पोर्ट्रेट सबके आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.

दरअसल यूक्रेन में 2014 में हुए विद्रोह के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए दो यूक्रेनी कलाकारों ने 2014 के विद्रोह में चलाई गई गोलियों के खाली हुए टुकड़ों से रुसी राष्ट्रपति का पोर्ट्रेट बना डाला. इन कलाकारों का मानना है कि यूक्रेन में हुए उस विद्रोह के पीछे रुसी राष्ट्रपति ब्लादीमीर पुतिन का हाथ है. डेनियल ग्रीन और डारिया मारचेंकों नाम के कलाकारों ने अपनी कला के जरिए विरोध किया. इनका कहना है कि इस विद्रोह में उनके कई दोस्तों की जान चली गई. जिसके बाद उन्होंने बंदूक की खाली गोलियों से इसके कथित तौर पर जिम्मेदार रुसी राष्ट्रपति का पोर्ट्रेट बनाने का फैसला किया. डेनियल ग्रीन का कहना है कि मैं अपने देश के लिए गोलियां खाने को तैयार हूं लेकिन मैं अपने देश को खत्म होते हुए नहीं देखना चाहता.
फेस आफ वार नाम से बने इस पोर्ट्रेट को न्यूयार्क में यूक्रेनियन स्टीट्यूट आफ वार ने लोगों के देखने के लिए लगाया है. कलाकार ग्रीन का कहना है कि हम इसके जरिए मानवता को नष्ट करने वाली ताकतों के असर को दिखाना चाहते हैं. रुसी राष्ट्रपति ब्लादीमीर पुतिन के खिलाफ खड़े होने की हिम्मत अमेरिका भी नहीं कर पाता है ऐसे में इन दो कलाकारों का सांकेतिक विरोध पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है.