सतीश चांडक, सुकमा. एक वक्त था जब नक्सलगढ़ मारोकी में नक्सलियों के डर से ग्रामीणों की रूह तक काँप जाती थी. वहां आज जब ग्रामीणों के हौसला अफजाई के लिए पुलिस के जवान पहुंची तो ग्रामीणों के ख़ुशी के आंसू छलक पड़ी. पुलिस के जवान ने जब ग्रामीणों से मित्रवत व्यवहार किया तो उनकी ख़ुशी और उत्साह चरम पर जा पहुंची. ग्रामीणों ने जवानों के सामने खुलकर अपना दर्द साझा भी किया. पुलिस के जवानों ने दर्द भी सुना और दवा भी दी.
दरअसल सुकमा जिले में पुलिस माओवादियों के खिलाफ ऑपरेशन के साथ-साथ ‘मित्रवत पुलिस जागरूकता’ अभियान चला रही है। नक्सलगढ़ मारोकी में जब पुलिस ओर उनके अधिकारी पहुँचे तो उन्हें देख ग्रामीण गदगद हो गए. जिले के गादीरास थानाक्षेत्र मारोकी जहाँ नक्सलियों की हुकूमत चलती है उनकी मर्जी के बगैर पत्ता भी नहीं हिलता, उस इलाके में पुलिस अधिकारी रामगोपाल कारियारे ने अपनी टीम के साथ दस्तक दी.
एसडीओपी रामगोपाल कारियारे ने बताया कि जिला पुलिस सुकमा के मेडिकल प्रशिक्षित टीम द्वारा प्राथमिक तौर पर सामान्य बीमारियों हेतु दवाईयाँ वितरित की गयी. किसी गंभीर बीमारी होने पर जिला अस्पताल सुकमा के विशेषज्ञ चिकित्सक के पास ईलाज हेतु जाने की सलाह दी गई. अधिकांश बच्चे और माताएँ पोषण के स्तर पर कमजोर और कुपोषित है.
गांव वालों ने बताया कि क्षेत्र में यदा कदा कहीं कहीं पर नक्सल प्रभाव के पूर्व से बने हुए कई कच्ची सड़कें जो कभी थी आज नक्सलियों के विकास विरोधी हिंसात्मक धृष्टता के कारण पगडंडियों में तब्दील हो गई है. नक्सलीयों द्वारा बार बार आकर गांव को एकमात्र रोशन देने वाले शासन द्वारा वितरित सोलर प्लेट को भीं नक्सलीयों द्वारा ले ली जाती है और उपयोग करने पर मनाही की जाती है. कई घरों के सोलर प्लेट को भी नुकसान कर दी गयी है. उन्होंने बताया कि आज जहाँ मुख्य पहुंच मार्ग से दूर गांव के सब पारा अंधकार में जीने को विवश है तो वही मेडिकल संबंधी विपरीत परिस्थिति में कोई साधन भी नहीं जिसे इस मौसम में आवागमन हेतु पहाड़ी पगडंडियों में इस्तेमाल की जा सके.
ग्राम के कुछ लोगों ने इस बात से भी अवगत कराया कि पुलिस दल के पहुंचने पर अपने आने वाले कल की भविष्य को लेकर ग्रामीणों की आंखों में खुशियों की चमक दिखती है लेकिन नक्सली ग्रामीणों के आधारभूत आवश्यकताएं पानी, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, संचार आदि को नुकसान पहुंचाते हैं इससे वे बहुत व्यथित है लेकिन बंदूक की नोक पर नक्सल आतंक और दहशत फैलाकर उनकी नेक मंशा को मार दी जाती है.
निश्चित ही वह दिन अब दूर नही जब विकास की सभी आयाम शासन, प्रशासन और पुलिस के सहयोग से शांत, सुंदर, समृद्ध और सशक्त सुकमा की आम सुकमा वासियों की चाहत पूर्ण हो सकेगी और इस क्षेत्र में जिला पुलिस सुकमा सम्पूर्ण समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा सेबअपने कर्तव्यों को अंजाम दे रही है. इस अभियान में एस डी ओ पी सुकमा रामगोपाल करियारे, ए सी मनीष बुधरा, ए सी राजीव सिंह (सी आर पी एफ) , थाना प्रभारी गादीरास गगन बाजपेई व थाना और CRPF के स्टाफ उपस्थित रहे.