रायपुर। मध्यप्रदेश के बाद अब छत्तीसगढ़ में भी महापौर और अध्यक्षों का चुनाव पार्षदों से कराने की चर्चा है. राज्य सरकार की ओर से इस पर कमेटी बनाए जाने के बाद भाजपा ने इस पर कड़ी आपत्ति की है. नेता-प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ने इसे लेकर सीधा आरोप लगाया है कि कांग्रेस खरीद-फरोख्त के रास्ते चुनाव जीतने की मंशा के साथ ऐसा करने जा रही है.

कौशिक ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री बघेल को जनता पर भरोसा नही साथ ही वे अपनी बातों पर अडिग नहीं है. इससे पहले भी मुख्यमंत्री बघेल ने कई दफे प्रत्यक्ष चुनाव की बात कही थी, लेकिन अब उप समिति की अनुशंसा की बात कहकर जनता के माध्यम से प्रत्येक्ष चुनाव प्रणाली का विरोध कर रहे हैं. इस तरह की कवायद से उनकी विश्वसनीयता पर प्रश्न चिन्ह खड़ा हो रहा है. अप्रत्यक्ष चुनाव से खरीद-फरोख बढ़ेगी और लोकतांत्रिक मूल्यों पर भी करारा प्रहार होगा. उन्होंने कहा कि नगरीय निकाय संस्थाओं में प्रमुख पदों के लिए सीधा चुनाव होने से जनता को अपना प्रतिनिधि सीधा चुनने का मौका होता है, लेकिन कांग्रेस की सरकार इस अवसर को जनता से छीनना चाहती है. अब कांग्रेस अपनी करारी हार को स्वीकारते हुए अप्रत्यक्ष प्रणाली की बात कह रही है. उन्होंने निकाय चुनाव में भी दलबदल कानून बनाने की मांग की. वहीं यह भी कहा कि जनता जिस मूड में नज़र आ रही उससे यह साफ है कि लोकसभा की तरह निकाय चुनाव में भी बीजेपी जीतेगी.