रायपुर- ​ भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय महासचिव सरोज पाण्डेय ने राहुल गांधी के बस्तर में दिए वक्तव्य पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जब कांग्रेस का हाथ आतंकवादियों के साथ था तो क्यों कश्मीर में स्थितियां सामान्य नहीं रहेगी? केंद्र की मोदी सरकार ने देश के अलगाववादियों की फडिंग पर प्रहार किया और जब किसी समस्या के जड़ में प्रहार होगा तभी समस्या खत्म होगी यह बात राहुल को समझ नहीं आती। 
कांग्रेस सरकार ने अलगाववादियों को खुली छूट दे रखी थी, उन्हे वीआईपी दर्जा दे रखा था तो कोई क्यों मौज नहीं करेगा। राहुल गांधी जिसे अपनी उपलब्धि बता रहें है दरअसल वह में उनकी कमजोरी थी। देश का बहुत नुकसान कांग्रेस के अक्षम नेतृत्व के कारण होता रहा है। सर्जिकल स्ट्राईक से आतंकवादियों को पाक अधिकृत कश्मीर व म्यांमार में मारकर देश का स्वाभिमान बढ़ाने का काम भारतीय सेनाओं ने किया है,लेकिन उनके साथ केन्द्र सरकार मजबूती से खड़ी थी। पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अकेले करने की रणनीति में भारत कामयाब हुआ है तो मोदी सरकार बनने के बाद हुआ है.

भाजपा राष्ट्रीय महासचिव सरोज पाण्डेय ने कहा कि बस्तर में राजा भंजदेव की हत्या के लिए कोई दोषी है तो वह तत्कालिन कांग्रेस सरकार रही है जिसने राजा भंजदेव के साथ कितने निर्दोष आदिवासी भाईयों की निमृम हत्या की थी। राहुल गांधी आदिवासियों की हत्या के लिए माफी मांगना छोड़ उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली कहावत चरित्रार्थ कर रहें है। बस्तर नक्सलवाद से मुक्ति चाहता है जिसके लिए  भाजपा सरकार लगातार प्रयास कर रही है की वहाँ शांति की स्थापना जल्द हो। कांग्रेस पार्टी यह न भूलें कि बस्तर में नक्सलवाद कांग्रेस पार्टी की सरकारों की देन है। हम पर आरोप लगाने से पहले कांग्रेस राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी अपना गिरेबां झाकें।

सरोज पाण्डेय ने कहा कि बिहार में सरकार जाने का गम राहुल गांधी के भाषण में साफ दिखाई दे रहा था। राहुल गांधी की अकर्मण्यता के कारण बिहार महागठबंधन की सरकार गई है यदि राहुल आरोपी तेजप्रताप यादव को इस्तीफा दिला देते तो उनकी नेतृत्व क्षमता उभर कर आती लेकिन खुद पर नेशनल हेरालड केस चल रहा है तो वो कैसे दूसरे आरोपी से इस्तीफा मांग सकते थे, और इसी ऊहापोह में बिहार की महागठबंधन सरकार गई और राहुल गांधी खीसयानी बिल्ली जैसे छत्तीसगढ़ आकर बेवजह पनामा पेंपर की बात उठा अपनी खीझ मिटा रहें है।

राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में आउटसोर्सिंग नाम की कोई चीज नहीं है लेकिन कांग्रेस बात का बतंगड़ बना राजनैतिक रोटी सेकने में लगी हुई है। बस्तर और सरगुजा में प्रयास जैसी शैक्षणिक संस्थाओं के माध्यम से शिक्षा का अलख जगाने का काम राज्य सरकार बहुत अच्छे से कर रही है। उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ के सोसायटी चुनाव में 1200 में से 900 सीटों पर भाजपा ने जीत कर बता दिया कि गांव ,गरीब, किसान मजदूर हमारे साथ है, लेकिन यह बात कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष भूपेश बघेल राहुल गांधी को बताना भूल गए।