रायपुर- छत्तीसगढ़ में किसानों की आत्महत्या के लगातार बढ़ते मामलों से बीजेपी संगठन चिंतित है. सूत्र बताते हैं कि संगठन ने बीजेपी किसान मोर्चा से कहा है कि मृतक किसानों के परिजनों से मिलकर आत्महत्या के कारण पता करें, साथ ही निचले स्तर तक सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन ठीक ढंग से हो रहा है या नहीं? इसकी भी जानकारी जुटाएं…बीते कुछ दिनों में प्रदेश के राजनांदगांव, कवर्धा और महासमुंद जिलों से किसानों की आत्महत्या के मामले सामने आये हैं.
बीजेपी संगठन के सूत्र बताते हैं कि शुक्रवार की देर शाम  प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में आला नेताओं की अहम बैठक हुई. बैठक में प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, संगठन मंत्री पवन साय, महामंत्री संतोष पांडेय, किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पूनम चंद्राकर, मोर्चा के प्रदेश सचिव गौरीशंकर श्रीवास समेत कई नेता मौजूद थे. 
बताया जा रहा है कि बैठक में किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पूनम चंद्राकर और सचिव गौरीशंकर श्रीवास को निर्देश दिया गया है कि शनिवार को महासमुंद जिले में आत्महत्या करने वाले किसान के घर जाकर परिजनों से मुलाकात करे. साथ ही परिजनों को इस बात का भरोसा दें कि बीजेपी सरकार उनके साथ खड़ी है. सूत्र बताते हैं मृतक किसानों के परिजनों से मुलाकात के जरिये किसानों की आत्महत्या की वास्तविक वजह का भी पता लगाएं. 
बैठक में किसानों की आत्महत्या के बढ़ते मामलों पर संगठन ने चिंता जताई. संगठन के नेताओं ने ये माना कि इन हालातों से पार्टी के सामने चुनौती खड़ी हो सकती है. बताया जा रहा है कि बीजेपी के आला नेताओं ने किसानों की आत्महत्या के मामलों को लेकर विपक्षी पार्टियों द्वारा की जा रही राजनीति पर भी चर्चा की है. साथ ही बीजेपी को होने वाले नुकसान का आंकलन भी किया.