पवन दुर्गम, बीजापुर- नए वर्ष में जिले में सामुदायिक पुलिसिंग के साथ साथ पूर्व की तरह नक्सल अभियान को और व्यापक रूप देकर तेज किया जाएगा. साथ ही सड़क दुर्घटना में कमी लाने जागरूकता अभियान छेड़ा जाएगा. यह बातें एसपी मोहित गर्ग ने पत्रकारों को सालाना लेखा जोखा देते हुए कही.

एसपी ने कहा कि नए साल में सामुदायिक पुलिसिंग का दायरा को बढ़ाते हुए इसे अन्दुरुनी गांव तक ले जाया जाएगा. इसकी शुरुआत तोंगगुड़ा गांव से की जाएगी. एक सवाल के जवाब में श्री गर्ग ने कहा कि ऑपरेशन प्रहार 4 लगातार जारी रहेगा. उन्होंने सामुदायिक पुलिसिंग के बारे में कहा कि ग्रामीणों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर क्षेत्र के विकास को आगे बढ़ाएंगे. जनता के साथ पुलिस हमेशा न्याय करेगी.

एसपी ने कहा कि पुलिस सुरक्षा में सड़कों का निर्माण किया जाएगा. वहीं डीआईजी सीआरपीएफ अलोक अवस्थी ने कहा कि जिले में एसपी गर्ग के नेतृत्व में अच्छे काम हो रहे हैं. सीआरपीएफ नक्सल उन्मूलन के अलावा विकास कार्य के लिए हमेशा जिला प्रशासन के साथ खड़ी है. अवस्थी ने कहा कि सीआरपीएफ और जिला प्रशासन के सामंजस्य से जिले में विकास के काम हो रहे है. एसपी मोहित गर्ग ने साल भर का आंकडा देते हुए बताया कि वर्ष 2017 की अपेक्षा 2018 में नक्सल अपराध में बढोत्तरी हुई है. 2017 में 105 अपराध हुए थे. 2018 में यह अपराध 114 रहा.

वहीं जिले में पुलिस नक्सली मुठभेड़ में कमी आई है. 2017 में 45 मुठभेड़ हुए थे. जबकि 2018 में महज 37 मुठभेड़ ही हुए. इसी तरह 2017 में 605 नक्सल अनियान संचालित किया गया था. लेकिन 2018 में 368 अभियान ही चलाए गए. 2017 की तुलना में नक्सलियों की गिरफ्तारी में इजाफा हुआ है. 2017 में यहां 226 नक्सली गिरफ्तार हुए थे. 2018 में यह आंकड़ा बढ़कर 368 रहा. इसी तरह 2017 में 19 नक्सली मारे गए थे. वर्ष 2018 में 35 नक्सली ढेर किये गए. जबकि आत्मसमर्पित नक्सलियों की संख्या 2017 में 14 रही. वहीं यह संख्या 2018 में 15 रहा.

एसपी गर्ग ने बताया कि मुठभेड़ के बाद नक्सलियों से 2017 में 29 हथियार जब्त किये गए साथ ही 2018 में 44 हथियार जप्त हुए. वहीं बीते वर्ष 4 हथियार बरामद किये गए थे. इसमें एक एके 47, दो इंसास, और एक पिस्टल शामिल थे. जबकि 2018 में 12 हथियार बरामद हुए. इनमें एक एके 47, दो एसएलआर, सात इंसास और दो पिस्टल शामिल है. इसके अलावा एसपी ने बताया कि 5 नए कैम्पों की स्थापना की गई है. उन्होंने बताया कि 2018 में बस्तर रेंज के बीजापुर जिले में सर्वाधिक 35 नक्सली मारे गए है. इनमें 18 बड़े लीडर भी शामिल है.