जिस झीरमघाटी में कांग्रेस को ताउम्र का दर्द मिला.. वो दर्द सालों बाद भी नहीं मिटा। एनआईए की जांच भले ही पूरी हो गई लेकिन जख्म आज भी हरे हैं। क्योंकि जांच के बाद भी घटना के पीछे के कारणों का पता नहीं चला और ना ही किसी तरह की साजिश का खुलासा हुआ। यहीं वजह कि जांच को फिर आंच दिखाया जा रहा है। कांग्रेस की ओर से सवाल उठाए जा रहे हैं। इस मामले में जहां रमन सरकार निशाने पर हैं, तो सीएम भी आरोपों पर करारा जवाब दे रहे हैं। ऐसे में सवाल ये है कि झीरम का सच है क्या और ये कैसे सामने आएगा ? क्या वाकई में सरकार को सीबीआई जांच करानी चाहिए ?

झीरम घाटी का दर्द एक बार फिर हरे जख्मों के साथ उभर आया है। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं पर हुए नक्सली हमले को लेकर सियासत फिर गर्मा गई है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस रमन सरकार पर आक्रमक हो चली है। प्रदेश कांग्रेस भूपेश बघेल पर लगाता हमलावर तीर छोड़े जा रहे हैं।कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल झीरमघाटी हमले में हुए एनआईए की जांच से संतुष्ट नहीं है। उन्होंने आज प्रेस वार्ता में एनआईए जां की क्लोजर रिपोर्ट की दिखाते हुए कहा कि एनआईए ने जांच पूरी कर ली और लिखा है कि अब आगे वे इस मामले की जांच नहीं कर रहे हैं रिपोर्ट क्लोज।   इसी को आधार बनाकर कांग्रेस अध्यक्ष का रमन सरकार  पर सीधा आरोप है कि घटना के लिए सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि सरकार और नक्सलियों के बीच हमले से पहले सांठगांठ हुई थी। और इन आरोपों के सबूत जांच एजेंसी को देने के लिए तैयार है। लेकिन सरकार पहले जांच एजेंसी तो तय करें।

कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने दो दिन में दो प्रेसवार्ता कर सरकार पर कारारा हमला बोला, तो डॉ. रमन सिंह ने भी तीखे तेवर के साथ दो टूक कह दिया कि एनआईए के सामने एक पर्ची तक देने की हिम्मत तो रही नहीं अब कुछ भी आरोप लगा रहे हैं।

वैसे भूपेश बघेल ने घटना से पहले एक हमले के प्लान वाले सीडी की चर्चा भी छेड़ दी है। उन्होंने यहां तक कह दिया है कि इस सीडी के बारे में अंबिकापुर जेल में बंद अभय सिंह से पुलिस पूछताछ कर रही है। कांग्रेस ने सवाल इसे लेकर भी उठाया कि सरकार ने सीबीआई जांच की घोषणा करने के बाद भी आज तक जांच क्यों शुरू नहीं कराई। कांग्रेस के सवाल कुछ हद का जायज लगता, लेकिन सवाल ये भी कि एनआईए को जांच का जिम्मा हमले के बाद केन्द्र की कांग्रेस सरकार ने ही दी थी। ऐसे में जांच को आंज दिखाकर एक बार फिर जैसे झीरम के दर्द को कांग्रेस ने सबके सामने ला दिया है। अब इस पर कोई और जांच होगी या नहीं ये तो पता नहीं, लेकिन फिलहाल इसे लेकर सिसायत खूब हो रही है।