मैं एक मजदूर हूं
मेरी भुजाओं में फड़फड़ाती है धरती
ये तोड़ सकती है पहाड़ों को
और मोड़ सकती है नदियों की धाराओं को
मेरे पांव बड़े बलशाली
थकते नहीं, रूकते नहीं
उठाता हूँ कंधो पर संसार
क्योंकि मैं एक मजदूर हूँ।
मजदूर और उनके हालातों पर लिखना तो बहुत आसान है लेकिन एक मजदूर का जीवन कितना कठिन है यह सिर्फ एक मजदूर ही समझ सकता है. वह चिलचिलाती धूप में दिन भर जी तोड़ मेहनत करता है और मेहनत भी ऐसी की हाड़ मांस थका दे, शरीर तोड़ दे. लेकिन मजदूर को इस श्रम की आदात है. हमें जब भूख लगती है तो गर्म, स्वादिष्ट और जीह्वा को तुष्ट करने वाला भोजन करते हैं लेकिन उसका भोजन हमारे भोजन की तरह लज़ीज़ नहीं होता. वो तो सात्विक भोजन करता है, रूखा सूखा खाने की उसे आदात है. काम कर जब ये मजदूर भोजन करने बैठता है तब तक उसका खाना भी ठंडा हो गया होता है कई बार तो खाना खराब भी हो जाता है. ऐसे में वो भूखे पेट ही काम करने को मजबूर हो जाता है. मजदूरों के स्वास्थ्य पर भी इसका असर होता है. लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने ना सिर्फ इनकी मेहनत को सराहा बल्कि इनकी समस्या भी दूर किया. मजदूर भाई-बहनों को भूखे पेट रहने से बचाने के लिए मुख्यमंत्री ने इन्हे टिफिन देने की घोषणा की है.
मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने इंडोर स्टेडियम में सीएम टिफिन योजना का शुभारंभ करते हुए कहा. 10 लाख 80 हजार मजदूरों को एक से डेढ़ महीने के भीतर टिफिन का वितरण किया जाएगा. योजना का शुभारंभ करते हुए सीएम ने कहा कि ये अनूठा कार्यक्रम है छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ की जनता के लिए. 2005 में रोजगार गारंटी योजना एक्ट बना और 2006 में इसकी शुरुआत हुई. टिफिन मजदूरों को मिले इसकी सोच बिलासपुर जिले में बनी. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का काम पुल, सड़क, बड़े भवन, रोड बनाना ही नहीं बल्कि एक-एक व्यक्ति के जीवन को बेहतर करना है. गरीब से गरीब व्यक्ति के जीवन में रौशनी लाना ही सरकार का काम है. उनके बच्चों को बढ़ाना उनके बच्चों को शिक्षा दिलाना, बीमा योजना, कन्यादान योजना से उनके जीवन को बदलना ही सरकार का काम है. सरकार का मतलब यही है कि हर घर में खुशी आए.
इस योजना को लागू करने के पीछे की कहानी डॉ रमन सिंह ने बताई कि विकासयात्रा के समय मैं बिलासपुर जिले के सुदूर गांव गया था. वहां मनरेगा का कार्य देखने के लिए गया था. खाने का समय हो गया था, अपने-अपने कपड़े में मोटरी बना कर कोई बर्तन में कोई प्लास्टिक में खाना लेकर पेड़ के नीचे बैठकर खाने लगे. मेरी भी इच्छा हुई कि खाऊं एक महिला खा रही थी मैंने कहा कि तुम्हारा खाना कम हो जाएगा लेकिन मुझे भी खिलाओ. उसने अपने खाने से एक हिस्सा मुझे दिया और कहा खाना जुडा गया है. उसने मुझे खाना दिया मैं खाया, टमाटर की चटनी के साथ खाना बहुत ही स्वादिस्ट था. ये मजदूर सबेरे खाना बनाकर घर से निकलते हैं और झिल्ली या प्लास्टिक में भर के लाते हैं जिससे उनका खाना ताजा नहीं रह जाता, जल्द ही खराब हो जाता है. तो मैंने उसी दिन निर्णय लिया कि इन मजदूरों को टिफिन दिया जाए ताकि उनका खाना सुरक्षित रह सके. 10 लाख 80 हजार लोगों को टिफिन दिया जाएगा. कुछ योजना दिल से बनती है उनमें से एक योजना यह है. यह मजदूर भाईयों बहनों के लिए बनाई गई है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे चुनावी योजना ना समझें ये तो पीढ़ियों की योजना है. सरकार का काम पुल, सड़क, बड़े भवन, रोड बनाना ही नहीं बल्कि एक-एक व्यक्ति के जीवन को बेहतर करना है. गरीब से गरीब व्यक्ति के जीवन में रौशनी लाना ही सरकार का काम है. उनके बच्चों को बढ़ाना उनके बच्चों को शिक्षा दिलाना, बीमा योजना, कन्यादान योजना से उनके जीवन को बदलना ही सरकार का काम है. सरकार का मतलब यही है कि हर घर में खुशी आए. आने वाले एक डेढ़ महीने के भीतर सबको टिफिन दे दिया जाएगा.
इसी योजना के तहत स्कूल शिक्षा मंत्री श्री कश्यप ने जिले में टिफिन बांटे. नारायणपुर के नज़दीक बसे ग्राम बोरपाल एवं कुढ़ारगांव में मुख्यमंत्री टिफिन वितरण योजना के तहत् मनरेगा में 30 दिवस से अधिक दिनों तक काम करने वाले मजदूरों को टिफिन वितरित किए गए हैं इस अवसर पर आदिम जाति विकास एवं स्कूल शिक्षा मंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा कि प्रदेश सरकार का सबसे बड़ा काम लोगों के जीवन में खुशहाली लाना है. राज्य सरकार का प्रयास है कि छत्तीसगढ़ के हर जरूरतमंद व्यक्ति को बेहतर जीवन का अधिकार मिले और गरीब से गरीब व्यक्ति के घर खुशहाली आये.
इस योजना के तहत गांव अंवरी में मुख्यमंत्री मनरेगा टिफिन योजना वितरण कार्यक्रम का हुआ. 248 हितग्राहियों को टिफिन वितरण किया गया. सभी काम करने वाले मनरेगा मजदूर अपने हाथों टिफिन पाकर बहुत ही खुश नजर आए. बम्हनीडीह क्षेत्र के ग्राम पोंडीशंकर में मुख्यमंत्री टिफिन वितरण योजना के तहत सभी हितग्राहियों को टिफिन वितरण किया गया, जिसमें अन्य ग्राम कपिस्दा, करनौद, गोविंदा एवं सोनाईडीह के लोगों ने भी इस योजना का लाभ उठाया. इसी तरह कोरबा विकासखंड के ग्राम पंचायत जिल्गा में गुरुवार को मुख्यमंत्री मनरेगा टिफिन वितरण योजना के तहत 93 हितग्राहियों को टिफिन का वितरण किया गया है.

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