SAURABH KUMAR

रायपुर- खबर आ रही है कि दंतेवाड़ा कलेक्टर सौरभ कुमार का चयन प्रतिष्ठित प्राइम मिनिस्टर अवार्ड के लिए कर लिया गया है। हालांकि इसका ऐलान 19 अप्रैल को किए जाने की चर्चा है। बताया जा रहा है कि सौरभ कुमार का चयन इनोवेशन कैटेगरी के लिए किया गया है। देश भर से 30 जिलों को इस सम्मान के लिए चुना गया था। इनमें छत्तीसगढ़ से रायपुर, दंतेवाड़ा और सुकमा शामिल थे, लेकिन अंतिम 15 में केवल दंतेवाड़ा जिला ने जगह बनाई। आईएएस के लिए सबसे ज्यादा महत्व रखने वाले इस अवार्ड के लिए देशभर के 600 जिलों से करीब 830 आवेदन आए थे। पहली स्क्रुटनी के बाद अंतिम 30 जिलों का चयन किया गया था।

घुर नक्सल प्रभावित जिला कहे जाने वाले दंतेवाड़ा जिले के पालनार को कैशलेस विलेज बनाना सौरभ कुमार का ही इनोवेटिव आइडिया रहा। यही वजह रही कि देशभर में हुए एक कठित मुकाबले के बीच उन्हें इस सम्मान के लिए चुना गया। बताया जा रहा है कि सौरभ कुमार को इस अवार्ड मिलने की सूचना मिल गई है। सौरभ 19 अप्रैल को दिल्ली पहुंचेंगे।

सौरभ कुमार के अलावा सुकमा कलेक्टर नीरज बंसोड़ भी इनोवेटिक कैटेगरी के लिए अंतिम 30 में शामिल थे। नीरज ने एजुकेशन को लेकर सुकमा में बेहतर माडल तैयार किया है, जिसकी वजह से उनका अंतिम 30 में चयन किया गया था। लेकिन आखिरी दौर की स्क्रुटनी में सौरभ कुमार को अंतिम 15 में लिया गया।

इस बीच ये बताना भी लाजिमी है कि देशभर से चुने गए अंतिम 30 में रायपुर कलेक्टर ओ पी चौधरी का नाम भी शामिल था। उन्होंने स्टैंड अप इंडिया के क्षेत्र में देश में सबसे बेहतर काम किया है। लेकिन बताया जा रहा है कि 2013 में कौशल उन्नयन को लेकर उन्हें प्राइम मिनिस्टर अवार्ड दिया जा चुका है। देश में आज तक एक ही आईएएस को दो बार अवार्ड नहीं दिया गया। लेकिन उम्मीद की जा रही थी कि अंतिम 30 में जगह मिलने के                                                              बाद ये रिकार्ड ओपी चौधरी तोड़ दे।