रायपुर. छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में हुए बड़े नक्सली हमले की आरएसएस ने घोर निन्दा की है. आरएसएस का कहना है कि एक नियोजित ढंग से माओवादियों द्वारा दंतेवाड़ा से भाजपा के लोकप्रिय एवं साहसी विधायक भीमा मंडावी और उनके 4 सुरक्षाकर्मियों की हत्या कर दी गई. मतदान के ठीक पहले हुई ये बर्बर घटना माओवादियों द्वारा लोकतंत्र को नष्ट करने की उनकी कोशिश का दानवी स्वरुप है. ये माओवादी किसी के नहीं होते.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के छग प्रान्त संघचालक बिसराराम यादव ने अपेक्षा करते हुए कहा कि शासन एवं प्रशासन यह सुनिश्चित करें कि सामान्य मतदाताओं और चुनाव में लगे हुए सभी सरकारी कर्मचारियों की सुरक्षा व्यवस्था में कोई और चूक न हों और साथ ही इन लोकतंत्र के दश्मनों को सबक सिखाने का संकल्प करते हुए कड़ाई से कार्यवाही कर अंदरूनी क्षेत्रों में घुसकर इन तत्वों को समूल नष्ट किया जाए.

लोकतंत्र और चुनाव के प्रति जनता अपना आग्रह और साहस बनाए रखते हुए आगामी चुनाव में अधिकाधिक मतदान करें. यहीं आज भीमा के लिए हम सबकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी. हम सब प्रभु से प्रार्थना करते है कि उनकी और सभी साथी बलिदानियों की आत्मा को शांति प्रदान करें. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इस दुःख एवं संकट की घड़ी में उनके परिवारजनों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करता है.