रायपुर। नवरात्रि में कहानी रायपुर के उस मंदिर की जो अपनी अनोखी मान्यता के लिए जाना जाता है. रायपुर का छठवई माता मंदिर की एेसी मान्यता है कि अगर कोई बच्चा बहुत बीमार है, उसका रोना नहीं रुक रहा है. उन बच्चों को इस मंदिर में लाने से ना सिर्फ उनका रोना बंद हो जाता है बल्कि उनकी सेहत में भी गजब का सुधार होता है. ये मंदिर 100 साल से भी पुराना है औऱ कई सालों से भक्त यहां अपने बच्चों को माता के पास लाते है. ये मंदिर कालीबाड़ी के दानी गर्ल्स स्कूल परिसर में है.
छ: माताएं रहती हैं एक साथ इसलिए नाम छठवइ मंदिर
जी हां मंदिर का छठवईं मंदिर नाम इसलिए पड़ा क्योंकि यहां एक साथ छ: माताओं का मंदिर है,जो कि अपने आप स्थापित हुआ था. जिसके बाद यहां मंदिर बना दिया गया.. वहीं इसी मंदिर परिसर में स्थापित रीक्षणी माता मंदिर का इतिहास भी बेहद रोचक है.
कहा जाता है कि जब भी रीक्षणी माता के लिए कोई मंदिर बनाने की कोशिश की गई तभी यहां कुछ ना कुछ अनहोनी हुई है. इसी वजह से माता का कभी मंदिर नहीं बन पाया.औऱ माता को खुले आसमान के नीचे ही रखा गया है.