धमतरी। एक ओर कई ऐसे रसूखदार लोग है, जो निगम के जमीन पर कब्जा जमा कर बैठे हुए हैं, जिन पर निगम प्रशासन कार्रवाई करने से डरती है. लेकिन वहीं दूसरी ओर निगम प्रशासन गरीबों पर कार्रवाई करने का कोई भी मौका नही छोड़ती.
ताजा मामला मकेश्वर वार्ड का है, जहां करीब 50 सालों से काबिज लोगों को घर खाली करवाने का नोटिस भेजा गया है. जिससे पूरे वार्डवासियो में काफी आक्रोश है. गुरूवार को वार्ड के लोगों ने नगर निगम का घेराव कर दिया और नोटिस वापस लेने की मांग की. गौरतलब है कि इसी वार्ड के एक शख्स ने नोटिस मिलने के बाद जहर खाकर आत्महत्या भी कर लिया है. दरअसल मकेश्वर वार्ड के लोग यहां करीब 50 सालों से निवास कर रहे है. जिनको 1984 में बकायदा पट्टा भी मिल चुका है. 30 साल के बाद वार्ड के लोगों ने पट्टे का नवीनीकरण भी करवा लिया है.
वार्डवासियों का आरोप है कि वे नगर निगम को सभी प्रकार के कर समय पर देते है. इसके बाद भी निगम प्रशासन ने वार्ड के लोगों को घर खाली करवाने के नाम से नोटिस भेजा है. जिससे लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर है. वार्डवासियों का कहना है की जब शासन ने उन्हें बकायदा पट्टा दिया है. वे सभी टैक्स निगम को अदा कर रहे है. इसके बाद भी निगम की कार्यशैली समझ से परे है. वहीं वार्ड पार्षद का कहना है कि निगम सिर्फ गरीबों पर अत्याचार कर रहे हैं. जबकि शहर में कई रसूखदार लोग सरकारी जमीन पर कब्जा जमा कर बैठै है. बहरहाल तहसीलदार ने वार्डवासियो की इस मांग को जिला प्रशासन तक पहुंचाने की बात कही है.