जशपुर। बगीचा के डोड़की नदी में पुल के लिए भूमिपूजन कराए हुए करीब डेढ़ साल का वक्त गुजर चुका है, लेकिन अब तक यहां पुल नदारद है. यही वजह है कि जशपुर राजघराने की बड़ी बहू प्रियंवदा सिंह जूदेव और यहां के विधायक राजशरण भगत को भरी हुई नदी से गुजरना पड़ा. बता दें कि डोड़की नदी पर पुल बनाने को लेकर डेढ़ साल पहले बगीचा के लोगों ने 3 दिनों तक विशाल जल सत्याग्रह किया था. जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे. जिसके बाद प्रियंवदा सिंह जूदेव और विधायक राजशरण ने तुरंत मंत्री राजेश मूणत से बात की और आनन-फानन में पुल का भूमिपूजन करा दिया. इस वित्तीय वर्ष में सरकार ने इस योजना को बजट में भी शामिल किया, हालांकि अभी भी पुल का निर्माण शुरू नहीं हुआ है.

वहीं जब पार्टी के एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रियंवदा जूदेव और विधायक राजशरण बगीचा पहुंचे, तो स्थानीय लोगों ने उनसे डोडकी नदी के उस पार बस्ती में चलने को कहा. नदी के पार गाड़ी से जाना मुश्किल था, जिसके बाद एक समर्थक की बाइक पर बैठकर पानी के बहाव में जैसे-तैसे नदी के उस पार पहुंचे.

पुल बनाने का आश्वासन

प्रियंवदा सिंह जूदेव और विधायक राजशरण ने लोगों को बताया कि योजना तैयार है और जल्द ही पुल का निर्माण शुरू हो जाएगा. हालांकि पुल बनने में लगातार हो रही देरी के कारण लोगों में भारी आक्रोश है. क्योंकि लोगों को हर दिन बस्ती से नदी के इस पार आने में भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. खासतौर पर बरसात के दिनों में नदी में पानी का स्तर काफी बढ़ जाता है. मरीजों को भी अगर इस ओर इलाज के लिए लाना हो, तो लोग भारी दिक्कतों का सामना करते हैं. बहरहाल अब देखना ये होगा कि लोगों को केवल आश्वासन का ही झुनझुना मिलता है या फिर पुल का निर्माण भी शुरू होता है.