मंत्री की दो टूक, ‘आदेश का पालन करना अनिवार्य’

 

रायपुर: छत्तीसगढ़ के शिक्षा मंत्री प्रेम सिंह टेकाम ने प्राइवेट स्कूलों के बगावत पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कड़े तेवर में कहा कि प्रदेश के स्कूलों के लिए जो आदेश जारी हुआ है, उसका पालन करना अनिवार्य है. उन्होंने कहा कि प्राइवेट स्कूल जब जनरल प्रमोशन नहीं देंगे, तब कार्रवाई की जाएगी. छात्रों के भविष्य का सवाल है. प्राइवेट स्कूलों को आदेश का पालन करना ही होगा.

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दरअसल, छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए शिक्षा विभाग ने बोर्ड कक्षाओं के अलावा सभी लोकल कक्षाओं के बच्चों को जनरल प्रमोशन करने का आदेश दिया है. इस आदेश के खिलाफ तमाम प्राइवेट स्कूल का तानाशाही फरमान सामने आया था. छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैंनेजमेंट एसोसिएशन ने प्रदेश के दो लाख छात्रों को जनरल प्रमोट नहीं करने का निर्णय लिया है. इसके खिलाफ शिक्षा विभाग ने प्राइवेट स्कूलों को चेतावनी दी है.

निजी स्कूलों को आदेश का करना होगा पालन

शिक्षा मंत्री प्रेम सिंह टेकाम ने कहा कि प्राइवेट स्कूल जब जनरल प्रमोशन नहीं देंगे, तब कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि फिलहाल बगावत को लेकर हमारे पास कोई अधिकृत ज्ञापन या सूचना नहीं है. शिक्षा मंत्री ने कहा अभी तो जनरल प्रमोशन नहीं रोके हैं, जब प्रमोशन रोकेंगे तो तब का तब देखेंगे. शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार ने जनरल प्रमोशन दे दिया है. उसका पालन निजी स्कूलों को करना होगा.

सरकार ने जनरल प्रमोशन का लिया निर्णय

इसके पहले निजी स्कूलों के जनरल प्रमोशन से इनकार पर कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने भी बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा ता कि शासकीय हो या निजी स्कूल सरकार का निर्णय तो मानना ही होगा. अगर निजी स्कूलों को कोई समस्या है, तो वह अपनी बात रख सकते हैं. सरकार ने जनरल प्रमोशन का निर्णय लिया है. उसका पालन करना अनिवार्य है.

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‘छात्रों को जनरल प्रमोट नहीं किया जाएगा’

बता दें कि छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने कहा था कि फीस जमा नहीं करने वाले छात्रों को जनरल प्रमोट नहीं किया जाएगा. फीस जमा नहीं करने वाले छात्रों को आगे की कक्षाओं की अनुमति नहीं होगी. सरकार के आदेश की अवहेलना करते हुए एसोसिएशन ने यह भी फरमान जारी किया था.

सरकार और एसोसिएशन की लड़ाई में पिस सकते हैं छात्र

प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने कहा था कि बिना फीस के छात्रों को टीसी भी नहीं दी जाएगी. इससे छात्र दूसरे स्कूल में एडमिशन से भी वंचित हो जाएंगे. प्राइवेट स्कूल संचालकों ने कोरोना काल में फीस नहीं देने वाले छात्रों की सूची भी बनाई है. इसको लेकर अब छत्तीसगढ़ में सरकार और प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की जंग छिड़ गई है. इन सबके बीच कहीं छात्र न पिस जाएं.