वैभव बेमेतरिहा, रायपुर। छत्तीसगढ़ म भूपेश सरकार के 1 बछर पूरा होगे. अइसन बेरा म सरकार के काम-काज ल लेके छांटना-निमारना होना चाही कि काम बने होय हे के नइ होय हे ? का होना रहिस अउ का नइ होना रहिस ? फेर छत्तीसगढ़ म जनम लेहे, गाँव म रहि के गाँव-गँवई म डाक्टरी कर के, सनिच्चर वाला डॉक्टर कहा के घलोक छत्तीसगढ़ के तीज-तिहार ल लेके आपके भीतर सम्मान अउ मया नइहे तइसे लागत हे ? आप सरकार के आलोचना करत-करत छत्तीसगढ़ी तीज-तिहार के अपमान कर दव तइसे लागत हे ? लागत का हे आपके कहे के मतलब तो कुछू अइसने ही निकलत हे. नइ तो आप तो थोड़ी कहिथेव कि गेड़ी चढ़े अउ सोटा मरवा ले बिकास नइ होवय ?

15 बछर के ये राज के मुख्यमंतरी रहेव. केन्द्र म घलोक मंतरी रहेव, सांसद अउ विधायक रहेव. पारसद घलोक रहेव. तभो ले ये नइ समझ पायेव कि बिकास के मतबल का होथे ? डॉक्टर साहेब विकास के मतलब सिरिफ क्रांकिट नइ होवय ? बिकास के मतलब सिरिफ सड़क, पुल-पुलिया, नाली निरमान नइ होवय ? बिकास भासा अउ संस्कृति ल आघू बढ़ाना भी होथे. आप सरकार के जतका चाहे आलोचना करव. करना भी चाही. पूछना भी चाही के सड़क के काम काबर नइ होय ? सरकार ले पूछना चाही के पुल-पुलिया काबर नइ बने हे ? पूछना चाही के सब भरती परीक्छा मन काबर रुके हे ? ये सब ल लेके सवाल भी करना चाही अउ 1 बछर के हिसाब भी मांगना चाही ? फेर आप जेन उदहारन देके बिकास के परिभासा ल गढ़े के काम करे वो गलत ही कहाही.

बिकास के मतलब इहू होथे डाक्टर साहेब कि अपन राज के भासा-संस्कृति ऊपर गरब करना. बिकास के मतलब होथे नंदावत परंपरा मन ल बचाना, वोला आघू बढ़ाना. कम से कम ये मामला आप ल भूपेश सरकार ल बधाई दे बर ही परही. काबर के 15 बछर मुख्यमंतरी रहि के जेन आप नइ कर पायेव हव वो 1 बछर म भूपेश सरकार ह करे हे. सांटा मरवाय ले भले अधोसंरचना के बिकास नइ दिखत होही ? फेर जब मुख्यमंतरी ह सांटा मरवाइस त पूरा दुनिया देखिस कि हमर छत्तीसगढ़ के कतका जुन्ना गोड़ समाज के संस्कृति-परंपरा हे. हरेली मनाय ले, गेड़ी चढ़े चले भले सड़क-नाली बने नइ दिखत होही, फेर किसान मन के, छत्तीसगढ़ के पहली लोक तिहार काह हे, येला कइसे मनाय जाना चाही ये पूरा दुनिया देखिस. भौंरा चलाय, गोटा खेले, पुन्नी न नहाय ले कोनो मेर भवन नइ बने दिखत होही, फेर छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेल, कातिक नहाय के परंपरा ल पूरा दुनिया देखिस. डाक्टर साहेब इहू ल विकास कहिथे. येला अपन माटी, अपन भुइँया, अपन भासा-संस्कृति, अपन परंपरा, अपन तीज-तिहार ले मया कहिथे. अगर ये सब जिनिस जब नंदा जाही, खतम हो जाही, त हमर सड़क-नाली, भवन के बिकास खोखला ही हो जाही. सिरतोन म आप ल ये सब बहुते खलत होही कि आपके समय ये साब जिनिस काबर नइ मनाय गिस.

फेर जेन ल आप बिकास मानथव उही ल देखव आपके सासनकाल म बने एक्सप्रेस वे, स्काई वॉक, ओवर ब्रिज अइसन अउ कतको निरमान के स्थिति का हे आज सबल दिखत हे. ये बात सच हे कि आप 15 बछर म बहुत बिकास करे हव. छत्तीसगढ़ के नाव देस-दुनिया म आघू बढ़े हे. फेर भासा अउ संस्कृति के बिकास म आप कमजोर साबित रहेव इहू वोतके सत बात हावय. वइसे आप जइसे कहे हव वइसनेहे कुछू बात आपके पार्टी के नेता सांसद सरोज पाण्डेय घलोक कहत हे. अइसन हे त मेडम ल ये बताना ही चाही कि दुरुग म सुआ नाच के उत्सव काखर बर करे रहिस ? कोनो मंच म अपन पार्टी के नेता मंग संग नाचे रहिन ? इहू बताना चाही कि छत्तीसगढ़ी लुगरा अउ गहना ल पहिन के चुनाव परचार म कोन घूमत रहिन ?

छत्तीसगढ़ के भासा अउ संस्कृति हर सिरिफ चुनाव परचार, भासन, विज्ञापन बर ही नइ बने हे.  वोखर वोतके सम्मान भी होना चाही. वोखर अपमान करे के अधिकार कोनो ल नइ हो सकय. वइसे आपके पारटी के नेता जेला संसदीय गियान अधिक हे कहे जाते अइसन अजय चंद्राकर ह घलोक ये मामला म आपके संग नज़र आइस. जेला छत्तीसगढ़ी बोलना चोचला लागथे. त अपन गाँव-गँवई म अँगरेजी उन बोल सकत हे, अपन पूरा चुनाव प्रचार उही म कर सकत हे ? कोनो वोला रोके थोड़ी, हो सकत उंखर संसदीय गियान  जनता मन ल खूब पसंद करय अउ अगला बार अपन म बीच म रख ल बिधानसभा भेजबे झन करय. काबर के गाँव वाला मन घलोक उंखर ले संसदीय गियान सीख लेही.

छत्तीसगढ़ी भासा अउ संस्कृति ल आप आघू नइ बढ़ा सकत त वोखर अपमान घलोक झन करव. येला अपन राजनीतिक प्रहार ले दूरिहा ही रखव. छत्तीसगढ़िया मन अब अपन भासा अउ संस्कृति ल लेके सजग होगे. अब चाहे कोनो भी होवय जेन भी छत्तीसगढ़ महतारी के अपमान करही उंखर खिलाफ खुल के लिखबो भी, बोलबो भी.