नई दिल्ली। चीन के श्यामन में नौवें ब्रिक्स सम्मेलन का आगाज हो गया है. इसमें शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन पहुंच गए हैं. चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने उनका स्वागत किया. ब्रिक्स में 5 देश ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका हैं. समिट में शामिल होने के लिए पहुंचे रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन, ब्राजील के राष्ट्रपति माइकल टेमर और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जूमा का भी औपचारिक स्वागत चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने किया. वहीं इस बार 5 दूसरे देशों को भी समिट में शामिल होने का न्योता दिया गया है.
मोदी और जिनपिंग की होगी मुलाकात
भारतीय पीएम मोदी आज रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से द्विपक्षीय बैठक करेंगे. वहीं मोदी कल चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे.
उठ सकता है उत्तर कोरिया का मुद्दा
बता दें कि उत्तर कोरिया ने कल ही एक शक्तिशाली हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया है और ये मुद्दा ब्रिक्स सम्मेलन में उठ सकता है. दुनियाभर में नॉर्थ कोरिया के इस कदम को लेकर चिंता है.
भारत उठा सकता है आतंकवाद का मुद्दा
भारत ब्रिक्स सम्मेलन में आतंकवाद का मुद्दा उठा सकता है. खासतौर पर जिस तरह सालों से पाकिस्तान लगातार भारत में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है, आतंकी हमले करवा रहा है, आतंकियों की घुसपैठ और सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है, इन मामलों को भारत जरूर समिट में उठाएगा.
इसके अलावा भारत गोवा शिखर सम्मेलन के मुद्दों को भी आगे बढ़ाना चाहेगा.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी 72 दिनों तक चले डोकलाम विवाद के बाद पहली बार चीनी राष्ट्रपति शी से मिलेंगे. बता दें कि डोकलाम में चीन द्वारा सड़क बनाने का भारत विरोध कर रहा था और दोनों देशों की सेनाएं यहां आमने-सामने थीं. हालांकि भारत को इसमें कूटनीतिक विजय हासिल हुई और चीन ने अपनी सेना यहां से वापस बुला ली. भारत ने भी अपनी सेना डोकलाम से वापस बुला ली और दोनों देशों के बीच चल रहा गतिरोध खत्म हुआ.