रायपुर। मतदान के पूर्व भूपेश बघेल ने केन्द्र मोदी सरकार और रमन सिंह पर निशाना साधा है. भूपेश बघेल ने सीधे तौर पर आरोप लगाया कि बीते 5 साल से मोदी सरकार ने सिर्फ छत्तीसगढ़ को छलने का काम किया है. मोदी सरकार ने छत्तीसगढ़ के लिए कुछ नहीं किया है. रमन सिंह ने भी किसानों के साथ धोखा किया है. किसानों को न तो 21 सौ रुपये समर्थन मूल्य का वादा मोदी ने पूरा किया था और न ही बोनस का. लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद कांग्रेस सरकार ने केन्द्र की ओर से तमाम कटौती के बाद छत्तीसगढ़ के किसानों से 25 सौ रुपये समर्थन मूल्य में धान खरीदी. केन्द्र सरकार ने आज केरोसिन में कटौती कर दिया है, आदिवासियों के लिए संचालित योजनाओं में कई योजनाओं को बंद कर दिया गया, दाल-भात सेंटर बंद कर दिया गया है.

भूपेश बघेल ने कहा कि मोदी सरकार ने छत्तीसगढ़ को चावल देना बंद कर दिया. मोदी सरकार गरीबों के खिलाफ काम कर रही है.  1 लाख 15 लाख लीटर मिटी का तेल का कोटा घटा दिया है. मिट्टी तेल गरीबो का बहुत बड़ा सहारा था. इसी तरह केन्द्र सरकार ने वनाधिकार कानून में बदलाव का प्रस्ताव रखा है. जिससे वनांचल में रहने वालों पर विपरीत असर पड़ेगा. भाजपा सरकार ने वनाधिकार का क्रियान्वयन गलत तरिके से किया. छत्तीसगढ में 10 प्रतिशत से कम आवास बन पाए. मनरेगा के मज़दूरी भुगतान लंबित है. मोदी के बाद मनरेगा के प्रति मज़दूरों का अविश्वास बढ़ है. प्रदेश के शिक्षन सनस्थनों को केंद्र से मिलने वाला आवंटन कम कर दिया गया. कोई भी 5 साल में स्मार्ट सिटी नहीं बन पाया. छत्तीसगढ़ के लिए मोदी का प्रधानमंत्री बनना घाटे का सौदा. छत्तीसगढ़ की जनता मोदी से सावधान रहे. मोदी छत्तीसगढ़ के हित मे नहीं है.

उन्होंने कहा कि मोदी जब से पीएम बने केवल छिनते ही रहे. जिस कारण प्रदेश का काफी नुकसान हुआ. रमन सिंह मोदी के डर से चुपचाप रहे कुछ बोले नहीं.  मई 2014 में पीएम बने और जून में धान पर बोनस पर रोक लगा दी. मोदी सरकार ने कोयला की रॉयल्टी में कटौती की. चावल की कटौती से दाल भात केंद्र बंद हो गए. पीएम अपने पिछले दौरे पर हमारे सवालों के जवाब तक नहीं दिया. नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ से 15 लाख रुपये देने वादा किया है. मोदी बताए कि बोनस देने पर धान नहीं खरीदने की धमकी क्यों दी थी. निर्वाचन आयोग को मोदी पर भी बेन लगाना चाहिए. चुनाव आयोग साहस दिखाए.