रायपुर।  भानुप्रतापपुर के लिए आज का दिन ऐतिहासिक रहा. पीएम मोदी ने बीजापुर के जांगला से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए दल्लीराजहरा-रावघाट रेललाइन परियोजना के अंतर्गत गुदुम से भानुप्रतापपुर के बीच नई रेल लाइन का लोकार्पण किया. पीएम ने हरी झंडी दिखाकर ट्रेन का शुभारंभ किया. दुर्ग से गुदुम तक चल रही डेमू का विस्तार भानुप्रतापपुर तक किया गया है.

 

इस दौरान मंत्री अमर अग्रवाल, सांसद विक्रम उसेंडी और जलसंसाधन सचिव भानुप्रतापपुर रेलवे स्टेशन में मौजूद थे. पीएम द्वारा ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद महिला लोको पायलट प्रतिभा बंसोड़ ने ट्रेन को आगे बढ़ाया.

इस ऐतिहासिक दिन में जहां पीएम ने आदिवासी अंचल से चलने वाली ट्रेन को हरी झंडी दिखाई वहीं महिला कर्मचारियों ने ट्रेन के परिचालन का जिम्मा संभाला.  लोको पायलट, गार्ड, टिकट जांच करने के लिए टीटी, टिकट वितरण क्लर्क, पोर्टर आदि महत्वपूर्ण पदों पर महिला कर्मचारियों ने कार्यभार संभाला.

नारी सशक्तिकरण की मिसाल देते हुए 01 फरवरी 2016 में दल्ली राजहरा से गुदुम तक ट्रेन परिचालन महिला लोको पायलट द्वारा ही किया गया था. भारतीय रेल ने महिलाओं के साहसिक कार्य करने के जज्बे को देखते हुए यह एतहासिक निर्णय लिया है कि इस ऐतहासिक दिन पर रायपुर रेल मंडल में कार्यरत महिला कर्मचारियों द्वारा रेल परिचालन से संबंधित कार्यों को निभाया जाये. यह महिला सशक्तिकरण को और अधिक मजबूती देने के उद्देश्य से लिया गया निर्णय है.


ट्रेन परिचालन में लोको पायलट की भूमिका में प्रतिभा बंसोड रहीं. जिन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया है और 10 अगस्त 1999 से भारतीय रेलवे में अपनी सेवाएं दे रही हैं. इन्हें छत्तीसगढ़ राज्य में प्रथम सहायक महिला लोको पायलट होने का गौरव प्राप्त है. रायपुर रेल मंडल की पहली महिला डेमू लोको पायलट भी है. इन्होंने ही दल्ली-राजहरा से गुदुम तक प्रथम ट्रेन परिचालन भी किया था.

स्टेशन सुप्रिटेंडेंट के कार्यो का निर्वहन एस. ललिता द्वारा किया गया. वे 6 नवंबर 2001 से भारतीय रेलवे में अपनी सवेाएं प्रदान कर रही हैं.

गार्ड की भूमिका में नेहा कुमारी थीं. वे 14 अगस्त 2007 से भारतीय रेलवे में अपनी सेवाएं दे रही हैं.

पोर्टर की भूमिका में राजकुमारी पांडे ने जिम्मा संभाला था. ये पोर्टर से संबंधित कार्यों को 14 मार्च 2014 से भारतीय रेलवे में कार्य कर रही हैं.

टिकिट वितरण का कार्य सीनियर बुकिंग क्लर्क मीना पाण्डेय ने किया. वे 26 जुलाई 1980 से भारतीय रेलवे में कार्य कर रही हैं.

टिकट चेकिंग का कार्य राजश्री बासंवे द्वारा किया गया. वे 24 फरवरी 2010 से भारतीय रेलवे में कार्य कर रही हैं.