रायपुर। मुख्यमंत्री रविवार को कबीरधाम जिले के ग्राम पाढ़ी में मरार पटेल समाज की ओर से आयोजित मां शाकंभरी महोत्सव शामिल हुए. उन्होंने इस आयोजन के लिए मरार पटेल समाज सहित क्षेत्रवासियों को बधाई एवं शुभकामना दी.  इस दौरान वन मंत्री मो. अकबर के क्षेत्र कवर्धा में बतौर मुख्यमंत्री प्रथम आगमन भूपेश बघेल का अभूतपूर्व स्वागत और सम्मान हुआ. उन्हें हल(नागर) भेंट भी किया गया.

समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने और किसानों की खुशहाली के लिए किसानों की जरूरतों के अनुसार योजनाएं बनायेंगे. इस दिशा में भू-जल स्तर बढ़ाने के लिए नदी, नालों, चेकडेम(नरवा) आदि के संवर्धन तथा मवेशियों(गरूवा) के संरक्षण के लिए पंचायतों में तीन से पांच एकड़ जमीन चिन्हित कर गौठान बनाया जायेगा, जहां चारा-पानी, प्लेट फार्म, शेड आदि की व्यवस्था की जायेगी.

उन्होंने कहा कि घुरूवा विकास के तहत वर्मी एवं कम्पोस्ट खाद तैयार करने के साथ ही गोबर गैस से ईधन की पूर्ति की जायेगी. बारी विकास के तहत साग-सब्जी एवं उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा दिया जायेगा तथा इसके लिए किसानों को उचित दाम दिलाने के लिए बाजार व्यवस्था भी की जायेगी। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के उद्देश्य से ही नरवा-गरवा, घुरवा-बारी विकास की योजना शुरू की गई है.

मुख्यमंत्री ने पंडरिया विधायक ममता चंद्राकर द्वारा की गई विभिन्न मांगों- जलाशय विकास, अस्पताल, नगर पंचायत का दर्जा, आईटीआई, महाविद्यालय, पहुंच मार्ग आदि को अगले पांच साल में पूरा करने का आश्वासन दिया.

वहीं खाद्य, वन एवं परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत प्राथमिकता धारी हर परिवार को हर माह 35 किलो चावल दिया जायेग. उन्होंने किसानों को अपनी सुविधा और मर्जी के अनुसार बोर खनन के लिए प्रतिबंध को हटाने, 83 गांवों में जमीन की खरीद ब्रिक्री पर लगी रोक हटाने, भोरमदेव टाईगर रिजर्व प्रोजेक्ट निरस्त कराने के साथ ही किसानों का कर्जमाफी, 25 सौ रूपये प्रति क्विंटल में धान खरीदी की जानकारी देते हुए कहा कि जनता ने हम पर जो विश्वास किया है, उस पर हम खरे उतरेंगे। उन्होंने कहा कि बिजली बिल हाफ करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है.

पंडरिया विधायक ममता चंद्राकर ने गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के तहत ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में शुरू किये गये योजना के बारे में बताया और कहा कि बारी विकास में मरार पटेल समाज का बहुत बड़ा योगदान है।