रायपुर. अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के कर कमलों से रायपुर जिले की ग्राम पंचायत टेमरी को साक्षरता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया गया. जिला लोक शिक्षा समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर ओ.पी चौधरी ने टेमरी ग्राम पंचायत के सभी लोगों तथा साक्षर भारत की पूरी टीम को इस पुरस्कार के लिए बधाई दी है. ग्राम पंचायत टेमरी की सरपंच तिजिया राजेन्द्र बंजारे एवं जिला लोक शिक्षा समिति के जिला परियोजना अधिकारी संजय गुहे यह पुरस्कार ग्रहण किया.
उल्लेखनीय है कि रायपुर जिले में साक्षर भारत कार्यक्रम को केवल अक्षरों और अंक ज्ञान तक सीमित नहीं रखा गया बल्कि इसे सतत् विकास लक्ष्य के साथ जोड़कर क्रियात्मक साक्षरता के रूप में संचालित किया गया है. ग्राम पंचायत टेमरी ने इसे न केवल आत्मसात किया बल्कि आज देश में दूसरे ग्राम पंचायतों के लिए एक मिशाल भी पेश की है. यहां बुनियादी साक्षरता के साथ ही कार्यात्मक साक्षरता पर भी विशेष जोर दिया गया. लोगों को स्थानीय त्यौहार व मंनोरजनों जैसे साक्षरता भोजली, साक्षरता छेरछेरा, साक्षरता बाड़ी आदि से जोड़कर उन्हें इस ओर जागरूक किया गया. गांववालों की सामुहिक भागीदारी से साक्षर उपवन के रूप में स्कूल परिसर में ऑक्सीजोन तैयार कर पर्यावरण के संरक्षण का संदेश दिया गया. ग्रामीणों ने स्वस्फूर्त होकर श्रमदान कर जहां स्कूल का सौंदर्यीकरण किया वहीं आर्थिक सहयोग प्रदान कर स्कूल परिसर में बच्चों के लिए महापुरूषों की आकर्षक‘‘प्रतिमायें भी लगवाई. इसके साथ ही ग्रामवासियों ने स्कूल परिसर में ए.पी.जे. अब्दुल कलाम लाइब्रेरी तथा ई-क्लास के संचालन हेतु एल सी डी प्रोजेक्टर एवं एल ई डी भी उपलब्धता कराया है.
यहां की महिलाओं ने आक्सीजोन (साक्षर उपवन) के हर पौधे को राखी बांधकर शतप्रतिशत् पौधों को जिंदा रखने की अनूठी मिसाल भी पेश की है. वही दूसरी ओर साक्षरता से उत्पन्न जागृति के परिणामस्वरूप ग्राम के पढ़े-लिखे युवाओं द्वारा प्राथमिक और मिडिल स्कूल के बच्चों को निःशुल्क कम्यूनिटी ट्यूशन देने के साथ-साथ अंग्रेजी जैसे विषय की शिक्षा भी उपलब्ध कराई जा रही है. कलेक्टर एवं जिला लोक शिक्षा समिति के अध्यक्ष ओ.पी.चौधरी के निर्देशन में कौशल विकास के तहत यहां की महिलाओं को सिलाई का प्रशिक्षण के साथ-साथ 52 सिलाई मशीन तथा दो ई-रिक्शा उपलब्ध कराया गया. इसी तरह बिहान योजना के तहत 19 महिला स्वसहायता समूह का गठन कर इनके सशक्तिकरण का कार्य किया जा रहा है. एक महिला स्वसहायता समूह को नर्सरी तैयार करने में पारंगत किया जा रहा है वही दूसरे समूह को गढ़कलेवा की तर्ज पर स्थानीय व्यजनों को तैयार करने का प्रशिक्षण देकर ‘बिहान कैफेटेरिया’ के संचालन हेतु पंचायत से जमीन उपलब्ध कराई गई है. वही दूसरी ओर कैफेटेरिया हट निर्माण हेतु 10 लाख रूपये की राशि भी जिला पंचायत द्वारा स्वीकृत की गई है. मानव विकास संसाधन मंत्रालय के केन्द्रीय सचिव अनिल स्वरूप और राष्ट्रीय साक्षरता मिशन प्राधिकरण के महानिदेशक अजय तिर्की ने भी इससे पहले टेमरी में लोक शिक्षा समिति और ग्रामीणों द्वारा किए गए अभिनव कार्यों को देखकर इसकी सराहना की थी.