संतोष गुप्ता, जशपुर. हिट एंड रन केस में जशपुर राजपरिवार के विक्रमादित्य सिंह जूदेव को कोर्ट ने दोष मुक्त कर दिया है. फास्ट ट्रैक कोर्ट में अपर सत्र न्यायाधीश अब्दुल ज़ाहिद कुरैशी ने यह फैसला सुनाया है. विक्रमादित्य पर पजेरो वाहन से निजी स्कूल के संचालक को घायल कर फरार होने का आरोप था. यह मामला लगभग साढ़े तीन साल पहले का है.
दरअसल शहर के एक निजी स्कूल के संचालक के परिजनों ने 6 अप्रैल 2015 को सिटी कोतवाली जशपुर में यह रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि विक्रमादित्य सिंह जूदेव 6 अप्रैल को सुबह 9 बजे के आस-पास बरमेश्वर गुप्ता को अपनी निजी पजेरो वाहन को उसके ऊपर चढ़ा कर फरार हो गया है. सिटी कोतवाली जशपुर में विक्रमादित्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए बरमेश्वर गुप्ता के परिजनों और शहर के लोगों को आंदोलन करना पड़ा था, जिसके बाद विक्रमादित्य के खिलाफ सिटी कोतवाली में अपराध पंजीबद्ध हुआ था.
इस घटना से बरमेश्वर गुप्ता बुरी तरह से घायल हो गए थे. घटना के तुरंत बाद उसे जिला चिकित्सालय जशपुर में भर्ती कराया गया, जहां डाक्टरों ने नाजुक स्थिति को देखते हुए अच्छे इलाज के लिए रांची रेफर किया. रांची के निजी अस्पताल में काफी लंबे समय तक इलाज कराने के बाद वे जशपुर लौटे थे.
सिटी कोतवाली जशपुर में अपराध पंजीबद्ध होने के काफी समय बाद पुलिस आरोपी विक्रमादित्य को गिरफ्तार कर जशपुर जेल भेज दिया गया था. जिला जेल जशपुर में काफी दिनों तक रहने के बाद विक्रमादित्य को न्यायालय से जमानत मिली थी. लगभग साढ़े तीन साल बाद कोर्ट ने विक्रमादित्य सिंह जूदेव को आरोपों से बरी कर दिया है.
शहर के लोगों ने घेरा था आराम पैलेस
घटना से आक्रोषित लोगों ने 6 अप्रैल 2015 को आराम पैलेस को घेर लिया था. आराम पैलेस वह जगह है जहां राज्यसभा सांसद रणविजय सिंह जूदेव निवास करते हैं. यहीं कुछ हिस्सों में विक्रमादित्य सिंह जूदेव भी निवास करते हैं. सिटी कोतवाली जशपुर में विक्रमादित्य सिंह जूदेव के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध करने में आनाकानी करने के कारण शहर के लोगों ने सिटी कोतवाली के सामने और बस स्टैंड में खूब हंगामा मचाया था, जिसके बाद विक्रमादित्य सिंह जूदेव के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध हुआ था.