रायपुर.  छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश के सभी सामाजिक वर्ग के युवाओं को एक मंच पर लाने की बड़ी मुहिम पर काम कर रही है.  राजधानी रायपुर से लेकर सुदूर वनवासी अंचल तक के 15 लाख युवाओं को प्रतियोगिता के माध्यम से राज्य सरकार से सीधे जोड़ने की योजना है. इसी के तहत प्रदेश के कॉलेजों में पढ़ने वाले युवाओं के लिए पहली बार सोशल – डिजिटल प्रतियोगिता “यूथ फॉर एकात्मता”  का आयोजन किया जा रहा है.  प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले 10 हजार युवाओं को राज्य सरकार का विकास दूत बनाया जायेगा.

 

“यूथ फॉर एकात्मता”  प्रतियोगिता प्रदेशभर के 750 कॉलेजों, 4500 हायर सेकेन्ड्री स्कूलों के अलावा प्रयास, गुरुकुल, आस्था. पोटा केबिन समेत 600 से अधिक पोस्ट मेट्रिक छात्रावासों में आयोजित की जा रही है. इस प्रतियोगिता को यूथ स्पार्क पार्ट-2 माना जा रहा है. गौरतलब है कि यूथ स्पार्क प्रतियोगिता के पांचवें चरण में विजेता युवाओं को एक दिन का कलेक्टर बनाया गया था.  प्रतियोगिता को लेकर युवाओं में भारी उत्साह देखा जा रहा है.

कॉलेज स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता पांच चरणों में होगी. 3 अगस्त को होने वाले प्रथम चरण में चार विषय दिए जायेंगे.  प्रतिभागियों को इनमे से कोई एक विषय पर 10 बुलेट पॉइंट में अपना जवाब प्रस्तुत करना होगा. इसके लिए उन्हें 15 मिनट का समय दिया जायेगा. पहला विषय है – जनजातीय समाज की विशेषताएं, दूसरा विषय – छत्तीसगढ़ के किसी एक महापुरुष या संत की प्रेरक जीवनी, तीसरा विषय –भारतीय संस्कृति भारत की एकात्मता का आधार है.  चौथा विषय – छत्तीसगढ़ शासन द्वरा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों के विकास एवं कल्याण के लिए संचालित शैक्षणिक योजनाओं में से कौन सी योजना आपको महत्वपूर्ण लगती है और क्यों ? प्रथम चरण के विजेता युवाओं को दूसरे चरण में खेलने का अवसर मिलेगा. प्रतियोगिता का दूसरा चरण डिजिटल होगा.

कार्यक्रम के संयोजक श्री दानसिंह देवांगन ने बताया कि प्रतियोगिता के  संचालन के लिए प्रदेश के सभी कॉलेजों में कार्यक्रम प्रभारी बनाये गए हैं वहीँ प्रथम स्टेप के प्रतिभागियों के चयन के लिए सभी कॉलेज में तीन से चार प्रोफेसर की समिति बनायी गयी है | प्रतियोगिता के विजेता को 51 हजार, दूसरा स्थान पर 31 हजार और तीसरा स्थान पाने वाले विजेता को 21 हजार का नगद पुरस्कार देकर मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह उन्हें सम्मानित करेंगे. इसके अलावा दूसरे, तीसरे और चौथे स्टेप में जीतने वाले प्रतिभागियों को भी पुरस्कार दिए जायेंगे.

इसके अलावा प्रदेश के 4500 हायर सेकेन्ड्री स्कूलों में 10 अगस्त को प्रतियोगिता होगी | इन विद्यार्थियों को “ जनजातीय संस्कृति की विशेषताएं” विषय पर  अपने विचार व्यक्त करना होगा | इसी तरह प्रदेश के 600 से अधिक पोस्ट मेट्रिक छात्रावासों में 11 अगस्त को प्रतियोगिता होगी | उनका विषय “ जनजातीय समाज और विकास की संकल्पना” है | इसके आलावा प्रयास विद्यालय, आस्था गुरुकुल, पोटा केबिन आदि विशेष विद्यालयों में 11 अगस्त को प्रतियोगिता होगी | उनका विषय होगा वनवासी-ग्रामवासी- शहरवासी हम सब एक हैं |

देखिए वीडियो- [embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=2G5qdpas25s[/embedyt]