डब्बू ठाकुर, कोटा. छत्तीसगढ़ के 10 बंधुआ मजदूरों को सामाजिक कार्यकर्ता ने ठेकेदार से रिहा कराया है. मजदूरों को ज्यादा मजदूरी और घरेलू खर्च का लालच देकर स्थानीय एजेंट ने तमिलनायडु के बोरवेल्स को सौंप दिया था, जहां सभी मजदूरों को प्रताड़ित कर काम कराया जा रहा था. ठेकेदार ने मजदूरों से मोबाइल भी छीन लिया था. ताकि वे घर पर बात न कर सकें. हिम्मत करके एक मजदूर ने अनजान व्यक्ति से मोबाइल मांगकर घर में प्रताड़ित करने की बता बताई, तो परिजनों पुलिस और सामाजिक कार्यकर्ता से मदद की गुहार लगाई.
सामाजिक कार्यकर्ता अनिल बामने को ओमबती भानू ग्राम नेवसा थाना कोटा ने सूचना दी थी कि सृजन सिंह भानू पिता आत्माराम ग्राम सोनपुरी व राजू निवासी ग्राम भाड़ी थाना कोटा एजेंट के रूप में काम करते हैं, जिन्होंने 9 हजार रुपए मासिक मजदूरी का प्रलोभन देकर तमिलनाडु ले गया और वहां बोरबेल खनन ठेकेदार को सौंप दिया.
इन सभी मजदूरों को 3 सितंबर 2018 को बिलासपुर रेलवे स्टेशन ले गए. और ट्रेन में एक अन्य व्यक्ति साथ बैठा कर भेज दिया गया. और उन्हें खाना खर्चा, तेल, साबुन जैसे घरेलू खर्च एजेंट ने ठेकेदार से दिलाने का वादा किया था.
तमिलनाडु पहुंचने के बाद सभी मजदूरों को अलग-अलग स्थानों पर घुमाया गया, उसके बाद अमन सिंह पवार एचपी बोरबेल कंपनी के मालिक को सौंप दिया गया, जिसने उन्हें भूखे पेट रखा और डराकर रात दिन काम कराया गया. मजदूरों के द्वारा पैसे मांगने पर पैसा नहीं दिया गया. इसके बाद मोबाइल छीन लिया, ताकि घर पर बात न हो सकें.
तमिलनाडु के बाद मजदूरों को भोपाल (मध्यप्रदेश) लाया गया. प्रताड़ना से त्रस्त होकर चोरी छुपे एक दिन किसी अन्य व्यक्ति से मोबाइल मांगकर बंधन सिंह ने अपने घर वालों को सूचना दी, जिसके बाद बेलगहना पुलिस चौकी में एफआईआर दर्ज कराई गई.
कार्रवाई नहीं होने पर पुलिस अधीक्षक बिलासपुर को भी सूचना दी गई, लेकिन यहां भी कोई कार्रवाई नहीं होने पर सामजिक कार्यकर्ता अनिल बामने ने भोपाल लेबर डिपार्टमेंट को सूचना दी और सामाजिक कार्यकर्ता प्रशांत दुबे से मदद मांगी गई, जिनके सहयोग से 14 नंबर भोपाल बंगरसिया के पास से सेमरी और बगरदा के बीच खेत में बोर करते हुए मजदूरों को पाया गया. मजदूरों ने अपनी व्यथा सामाजिक कार्यकर्ता को सुनाई, जिसके बाद 10 मजदूरों को 10-10 हजार रुपए ठेकेदार से दिलाकर छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस से रेलवे स्टेशन भोपाल से बिलासपुर भेजा गया. सभी सुरक्षत 15 नवंबर 2018 को बिलासपुर रेलवे स्टेशन से अपने घर पहुंच गए.
बंधक मजदूरों की सूची-
1. बंधन सिंह पिता देवीप्रसाद 31 वर्ष निवासी सोनपुरी थाना कोटा, बिलासपुर
2.रामभरोस पिता मैकूलाल 30 वर्ष निवासी बुढ़ना थाना बालौद, जांजगीर
3.ईश्वर सिंह पिता चुनउराम 25 वर्ष निवासी सोनपुरी थाना कोटा, बिलासपुर
4.श्रीराम पिता चरणसिंह 23 वर्ष निवासी बुढ़ना थाना बालौद, जांजगीर
5.रविकुमार पिता पवन सिंह 19 वर्ष निवासी बुढ़ना थाना बालौद, जांजगीर
6. बालसिंह पिता बुद्द्सिह 20 निवासी मंगुरदा थाना पेंड्रा, बिलासपुर
7. राधे पिता संतराम 38 वर्ष निवासी सोनपुरी थाना कोटा, बिलासपुर
8. संतोेष पिता मत्तर 27 वर्ष निवासी बुढ़ना थाना बालौद, जांजगीर
9.अनिल पिता जगतराम 27 वर्ष निवासी सोनपुरी थाना कोटा, बिलासपुर
10. सृजन पिता आत्माराम 50 वर्ष निवासी सोनपुरी थाना कोटा, बिलासपुर