टुकेश्वर लोधी, आरंग. आरंग जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत भिलाई में मनरेगा योजना के तहत कार्य करने वाले ग्रामीण गांव की रोजगार सहायिका अनुसुइया साहू की मनमानी से परेशान हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि रोजगार सहायिका द्वारा बीते 3 सप्ताह से ग्रामीणों के जॉब कार्ड में एंट्री नहीं की गई है. जिसके कारण उन लोगों को कितना भुगतान किया जाएगा इसकी जानकारी नहीं है.

बता दे कि, रोजगार सहायिका अनुसुइया साहू की मनमानी चरम पर है. मनरेगा कार्य के दौरान काफी देर से कार्य स्थल पर आती है और 10 से 15 मिनट रुकने के बाद चली जाती है. रोजगार सहायिका की मनमानी का आलम यह है कि मनरेगा कार्य के लिए नियम से 50 मजदूर पर 1 मैट रखा जाता है. ग्राम भिलाई में 165 मजदूर कार्य कर रहे हैं, ऐसे में यहां पर 4 मैट को ही रखा जा सकता है. लेकिन रोजगार सहायिका द्वारा 9 मैट को रखा गया है.मैट रखने में रोजगार सहायिका ने शासन के नियमों की परवाह न करते हुए इनमें 6 पुरुष मैट को रखा है, जबकि नियम के अनुसार मैट का कार्य केवल महिलाएं ही करेंगी.

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वर्तमान में ग्राम भिलाई में नया तालाब निर्माण कार्य मनरेगा के तहत चल रहा है. लेकिन कार्य की जानकारी संबंधित सूचना बोर्ड नहीं लगाया गया है. ग्रामीणों ने रोजगार सहायिका अनुसुइया साहू के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. ग्रामीणों की मांग है कि रोजगार सहायिका और मैट को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए, इस संबंध में ग्रामीणों ने जनपद पंचायत आरंग के मुख्य कार्य पालन अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है. वहीं पूरे मामले में जनपद पंचायत आरंग के मुख्य कार्यपालन अधिकारी किरण कौशिक ने रोजगार सहायिका के खिलाफ मिल रहे शिकायतों की जांच के लिए एक जांच दल बनाकर ग्राम भिलाई भेजने की बात कही है.