जितेन्द्र सिन्हा, राजिम. फिंगेश्वर विकासखंड में अधिकारियों का रौब देखते ही बनता है. अधिकारी पद के नशे में इतने चूर हैं कि, ग्राम सचिवों को आए दिन शराब पिलाने का दबाव बनाते हैं. अगर कोई सचिव उन्हें शराब नहीं पिलाता तो निलंबन की धमकी देते हैं. साथ ही यह भी पाया गया है कि एक पंचायत से 35 हजार रुपए की उगाही की गई है. जिसके बाद अब 72 ग्राम पंचायतों के पंचायत सचिवों ने जिला कलेक्टर और जिला पंचायत अधिकारी से लिखित में शिकायत की है.

बता दें कि, फिंगेश्वर विकासखंड के 72 ग्राम पंचायतों के पंचायत सचिवों ने जिला कलेक्टर और जिला पंचायत अधिकारी को नामजद लिखित शिकायत कर फिंगेश्वर जनपद के छन्नूलाल देवांगन, विनोद त्रिवेदी आंतरिक लेखा परीक्षण और करारोपण अधिकारी के ट्रांसफर की की मांग की है.

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पंचायत सचिवों ने शिकायत पत्र में उल्लेख किया है कि मुख्यालय के दो अधिकारी आए दिन ग्राम पंचायतों में पहुंचकर नगदी राशि की मांग करने के साथ ही पंचायत सचिवों को शराब पिलाने दबाव बनाने के साथ ही निलंबन की धमकी देते हैं. पंचायत सचिवों ने बताया कि एक पंचायत से तकरीबन 35000 रुपये और शराब पिलाने की मांग कर निलंबन की धमकी दी गई. जिम्मेदार अधिकारी के द्वारा अपनी ऊंची पहुंच बताकर आए दिन दो-चार होने के साथ ही मारपीट की स्थिति बनती है.

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वहीं प्रदेश सरकार महात्मा गांधी के सपने को साकार करने ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायती राज अधिनियम लागू कर पंचायतों में प्राचीन संस्कृति और सभ्यता को सहेजने नए अभियान चलाने के दिशा निर्देश दिए जाने के बावजूद जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है. अधिकारियों की लापरवाही और गैर जिम्मेदाराना रवैये से आक्रोशित पंचायत सचिवों ने शिकायत पर उचित जांच कर 7 दिन के अंतराल में कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में अनिश्चितकालीन आंदोलन धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है.