प्रेम नारायण मौर्य, रायगढ़. तहसील कार्यालय रायगढ़ में शुक्रवार को भगवान शिव सहित दर्जनों लोग पेशी में उपस्थित हुए. लेकिन भगवान शिव को पेशी के लिए अगली तिथि दी गई, क्योंकि पीठासीन अधिकारी अन्य शासकीय कार्यों में व्यस्त थे. सुनने में यह बात जरूर अटपटी लगती है, लेकिन हकीकत यही है.

दरअसल, बीते दिन नायब तहसीलदार रायगढ़ के द्वारा सरकारी जमीन और तालाब में कब्जे को लेकर 10 लोगों को नोटिस जारी किया था, जिसमे भगवान शिव का भी नाम शामिल था. इतना ही नहीं तहसील कार्यालय के नोटिस में भगवान शिव सहित सभी को चेतावनी भी दी गई थी कि सुनवाई में नहीं आने पर 10 हजार का जुर्माना और कब्जे से बेदखल किया जा सकता है.

बता दें कि, नायब तहसीलदार के द्वारा जो 10 कब्ज़ाधारियों को नोटिस जारी किया गया था, उसमें छठवें नंबर पर शिव मंदिर का नाम है, जबकि यह शिव मंदिर सार्वजनिक है. नोटिस में मंदिर के ट्रस्टी, प्रबंधक या पुजारी को संबोधित नहीं किया गया है, बल्कि सीधे शिव भगवान को ही नोटिस जारी किया गया था. आज पेशी की तिथि पर वार्ड पार्षद सपना सिदार सहित दर्जनों लोग शिव मंदिर के शिवलिंग को लेकर पेशी में पहुंच गए. हालांकि तहसीलदार के चेंबर के बहार सूचना चिपका दिया गया कि पीठासीन अधिकारी किसी अन्य शासकीय कार्यों में व्यस्त है. सुनवाई अब अगली तारीख 13 अप्रैल 2022 को होगी.