शशि देवांगन,राजनांदगांव. शिक्षा के मंदिर कहे जाने वाले स्कूल को वहां पढ़ाने वाले शिक्षक ने ही कलंकित कर दिया है. यहां शिक्षक द्वारा ही 9 नाबालिग छात्रों से पिछले एक साल में अश्लील हरकत और एक छात्रा से अनाचार करने का मामला सामने आया है. दरअसल ये पूरा मामला है जिले के चौकी थाना क्षेत्र के अरजकुंड मिडिल स्कूल का है. जहां शिक्षक श्याम साय कड़ीयाम लगातार पिछले एक वर्षों से नाबालिगों से छेड़छाड़ कर रहा था. इससे परेशान छात्रों ने आखिरकार इसकी शिकायत अपने परिजनों को दे दी. उन्होंने अपने परिजनों को बताया कि शिक्षक हमारे साथ गंदी-गंदी हरकत करते हैं और शरीर के कई जगहों को गलत नियत से छूते हैं. साथ ही विषय से हटकर अश्लील सवाल जवाब करते हैं. इसके बाद परिजनों ने इसकी शिकायत चौकी थाना में दर्ज करवाई. जिस पर पुलिस ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ बलात्कर मामला दर्ज कर लिया और आरोपी शायम साय को गिरफ्तार कर लिया है.
शिक्षक ने मांगी थी मांफी…
वहीं इस शिक्षक के बारे में यह भी बात सामने आई है कि एक साल पहले भी इसी शिक्षक ने यही हरकत की थी,लेकिन इसके बाद उसने गांव की बैठक में माफी मांग ली थी,जिस पर मामला शांत हो गया था. पुलिस ने मामले में एक और सनसनीखेज खुलासा करते हुए बताया है कि आरोपी के खिलाफ एक और मामला दर्ज हुआ है,जिसमें आरोपी शिक्षक के द्वारा 10 साल की मासूम छात्रा से ब्लॉक स्तरीय खेलकूद के दौरान अनाचार किया गया था. इस मामले मेडिकल जांच के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि शिक्षक ने ही मासूम के साथ बलात्कार किया है.
कड़ी से कड़ी सजा मिले…
वहीं इल मामले में शिक्षा विभाग ने सक्ती बरतते हुए आरोपी शिक्षक को तत्काल निलंबित कर दिया है. इस पूरे मामले में जिला शिक्षा अधिकारी एसके भारतद्वाज का कहना है की इस तरिके से शिक्षकों के द्वारा किया गया कृत्य माफ़ी के लायक नहीं है और आरोपी शिक्षक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करेंगे. उन्होंने आगे कहा की शिक्षा विभाग के द्वारा समय समय पर जिले के सभी स्कूलों में शिक्षकों को बच्चो के ऊपर बढ़ते अपराधों को रोकने के लिए प्रशिक्षण और जागरक किया जा रहा है,जिससे स्कूली बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके लेकिन इस घटना ने पूरे शिक्षा विभाग को बदनाम कर दिया है,अधिकारी ने कहा है कि आरोपी शिक्षक को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. बहरहाल पुलिस ने आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. बता दें कि इस तरह से शिक्षकों के अपराध करने का ये कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले एक अप्रैल माह में डोंगरगांव ब्लॉक के अर्जुनी के कन्या मिडिल स्कूल में ,हेडमास्टर ने भी इसी तरहा की घटना को अंजाम दिया था. जिसे भी पुलिस ने दबोच लिया था.